जयपुर: राजस्थान कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में ‘लोगों की सरकार’ बनाने के लिए भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली पार्टियों को एक साथ लाने के लिए उनसे संपर्क में है. यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि जनादेश राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के विरुद्ध है और वह पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले संभवत: 100 सीटें हारने वाली है.
पायलट ने कहा, ‘जिन्होंने भाजपा के विरुद्ध चुनाव लड़ा है, उन्हें एकसाथ आना चाहिए, क्योंकि जनादेश भाजपा के विरुद्ध है. केंद्र और राज्य में भाजपा के विरुद्ध जितनी पार्टियां हैं, हम उनके संपर्क में हैं.’
उन्होंने हालांकि यह विश्वास जताया कि कांग्रेस खुद के दम पर राज्य में बहुमत पाएगी. उन्होंने कहा, ‘मैं बहुमत प्राप्त करने के लिए आश्वस्त हूं, लेकिन हम केवल कांग्रेस सरकार का गठन नहीं करना चाहते बल्कि लोगों की सरकार बनाना चाहते हैं.’
पायलट ने कहा कि भाजपा के विरुद्ध देश में एक लहर है और इसे 2019 लोकसभा चुनावों तक लेकर जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कांग्रेस विधायक, विधायक दल के नेता के चयन के लिए बुधवार को बैठक करेंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि बड़ी संख्या में सीट हारने के बावजूद भी भाजपा राज्य में सरकार बनाने के लिए आतुर है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिलेगी.
पायलय ने कहा, ‘आपको याद रखना चाहिए कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनावों में 165 सीटों पर जीत दर्ज की थी और अब वह 100 सीटों पर हार रही है. अगर यह हार नहीं है तो फिर क्या है.’
चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस 98 विधानसभा में बढ़त बनाए हुए है. वहीं भाजपा 65 सीटों पर आगे चल रही है. निर्दलीय 14 सीटों पर, बसपा पांच सीटों पर, माकपा दो सीटों पर, भारतीय ट्राइबल पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल एक-एक सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं.
रामगढ़ विधानसभा सीट का चुनाव बसपा के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह के निधन के बाद रद्द कर दिया गया था.