scorecardresearch
Wednesday, 18 September, 2024
होमराजनीतिहरियाणा में चुनाव की तारीख में बदलाव के लिए BJP ने की अपील, कांग्रेस बोली- हार को टालने के लिए उठाया कदम

हरियाणा में चुनाव की तारीख में बदलाव के लिए BJP ने की अपील, कांग्रेस बोली- हार को टालने के लिए उठाया कदम

भाजपा ने चुनाव आयोग से तिथि में बदलाव की मांग की है, क्योंकि उसे चिंता है कि 1 अक्टूबर के आसपास की छुट्टियां मतदान पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. कांग्रेस का कहना है कि उसे ‘पूर्व-घोषित तिथियों से कोई समस्या नहीं है’.

Text Size:

गुरुग्राम: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव आयोग से हरियाणा विधानसभा चुनाव की तिथि को स्थगित करने की मांग की है, जो वर्तमान में 1 अक्टूबर को निर्धारित है. इस अनुरोध ने विवाद को जन्म दे दिया है. कांग्रेस ने भाजपा पर चुनाव में देरी करने का आरोप लगाया है, जबकि मतदाता मौजूदा सरकार को हटाने के लिए तैयार हैं.

शनिवार को दिप्रिंट द्वारा संपर्क किए जाने पर, राज्य भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने पुष्टि की कि भाजपा ने 1 अक्टूबर से पहले और बाद में कई छुट्टियों का हवाला देते हुए शुक्रवार को स्थगन का अनुरोध किया था. उनका कहना था कि इन छुट्टियों की वजह से मतदान कम हो सकता है.

बडोली ने कहा, “मैंने शुक्रवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान को कुछ दिन आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है, क्योंकि 1 अक्टूबर को मंगलवार है. मतदान का दिन होने के कारण इस दिन छुट्टी होती है. शनिवार और रविवार को छुट्टी होती है, जबकि 2 और 3 अक्टूबर को गांधी जयंती और अग्रसेन जयंती के कारण छुट्टी होती है. जो कोई भी सोमवार (30 सितंबर) को छुट्टी लेगा, उसे छह दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी. इससे मतदान प्रतिशत पर बुरा असर पड़ने की संभावना है.”

उन्होंने कहा कि कई लोग लगातार पांच से छह दिन की छुट्टी होने पर बाहर घूमने निकल जाते हैं. बडोली ने कहा कि अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है, लेकिन पार्टी 8 अक्टूबर को मतदान की तारीख से सहमत है. इस बीच, हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि कांग्रेस मूल तिथि से सहमत है.

भाजपा के एक सूत्र ने दिप्रिंट को बताया कि तारीख बदलने की मांग का कारण सत्तारूढ़ पार्टी में यह भावना है कि वोट प्रतिशत में गिरावट से भाजपा की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा.

भाजपा नेता ने कहा, “इस साल मई में हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ ऐसा ही हुआ था, जब पार्टी को 46.11 प्रतिशत वोट मिले थे और कुल 65 प्रतिशत मतदान के साथ पार्टी पांच सीटें हार गई थीं. इसके विपरीत, जब 2019 में 70.34 प्रतिशत मतदान हुआ था, तब पार्टी को 58.2 प्रतिशत वोट और 10 सीटें मिली थीं.”

भाजपा नेता ने कहा कि 1 अक्टूबर के आस-पास राजपत्रित छुट्टियों और साप्ताहिक अवकाश के अलावा, 2 अक्टूबर को बिश्नोई समुदाय का वार्षिक समारोह भी है. यह भी बीजेपी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि इस अवसर पर समुदाय के लोग राजस्थान जाते हैं.

फतेहाबाद से भाजपा विधायक दुरा राम बिश्नोई ने पुष्टि की कि राजस्थान के बीकानेर जिले में मुक्तिधाम मुकाम में हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने की अमावस्या को वार्षिक मेला आयोजित किया जाता है और हजारों बिश्नोई इसमें भाग लेते हैं. हरियाणा के कई विधानसभा क्षेत्रों में बिश्नोई समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में हैं, मुख्य रूप से आदमपुर, फतेहाबाद, नलवा, रतिया, टोहाना और डबवाली में.

हुड्डा ने आरोप लगाया है कि भाजपा चुनाव में देरी के बहाने ढूंढ रही है.

हुड्डा ने दिप्रिंट से कहा, “कांग्रेस को पहले से घोषित तिथियों पर चुनाव कराने में कोई समस्या नहीं है. चुनाव आयोग ने पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया है और राजनीतिक दलों ने उसी के अनुसार अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. लोग चाहते हैं कि यह सरकार जाए और वे भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए वोट डालने का यह मौका नहीं गंवाना चाहेंगे.”

हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सूत्रों ने बडोली के अनुरोध की पुष्टि की और कहा कि सीईओ इसे अंतिम निर्णय के लिए चुनाव आयोग को भेजेंगे.

चुनाव आयोग ने 16 जुलाई को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी.

कार्यक्रम के अनुसार, चुनाव की अधिसूचना 5 सितंबर को जारी की जानी है. नामांकन की अंतिम तिथि 12 सितंबर है. नामांकन की जांच 13 सितंबर को होगी और नाम वापसी 16 सितंबर को होगी. हरियाणा में मतदान 1 अक्टूबर को होगा और परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

share & View comments