नई दिल्ली: बिहार में जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी के रास्ते अब अलग हो चुके हैं. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके हैं. राज्यपाल ने नीतीश का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, ‘सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए.’
इस्तीफा देने ते बाद नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के घर पहुंचे हैं. जहां उनका काफी बड़ा स्वागत किया गया. इससे पहले पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की एक बैठक भी हुई. बैठक में राज्य में विपक्षी ‘महागठबंधन’ गठबंधन के हिस्से भाकपा-माले और कांग्रेस के नेताओं की भागीदारी देखी गई.
#WATCH | All MPs and MLAs reached a consensus that we should leave the NDA. Soon after, I resigned as Bihar CM, says Nitish Kumar.#Bihar pic.twitter.com/ov8ds5ughO
— ANI (@ANI) August 9, 2022
राजद की आज बुलाई गई बैठक से पहले, कांग्रेस बिहार विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा: ‘अगर नीतीश कुमार आते हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे. अगर वह आते हैं तो हम उनका समर्थन करेंगे. महागठबंधन की बैठक हो रही है. हमें एक निर्णय लेना चाहिए. नीतीश कुमार को सीएम मानकर समर्थन करने के लिए, लेकिन हम आपको बैठक के बाद ही बता पाएंगे.’
नई सरकार बनाने का दावा
नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद कहा है कि उनके पास 160 विधायकों का समर्थन है जिससे वह नई सरकार बनाएंगे. वहीं बीजेपी ने नीतीश कुमार हमला बोला है. चिराग पासवान ने कहा है कि बीजेपी ने हमेशा उनकी बात मानी है. उन्होंने कहा, इससे बढ़कर और बात क्या होगी कि राज्य की तीसरे नंबर की पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री बनाया गया. बीजेपी ने उनकी हर बात मानी लेकिन व्यक्तिगत महत्वकांक्षाओं के चलते नीतीश कुमार यह फैसला ले रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘आज के बाद मुख्यमंत्री जी की विश्वसनीयता शून्य है। जिस जंगल राज का विकल्प बनकर आए थे उसी के साथ सरकार बना ली। लोकतंत्र के मंदिर में खड़े होकर शपथ लिया कि मिट्टी में मिल जाऊंगा पर भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा उसी भाजपा के साथ 2017 में ये चले गए.’
इससे पहले नीतीश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया. वहीं नई सरकार बनने पर उप्रेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को अग्रिम बधाई दे दी है और कहा- नीतीश जी आगे बढ़िए, देश आपके इंतजार में है.
जो भी हुआ अच्छा नहीं हुआ। पहले भी ऐसा हो चुका है। RJD और JDU की सरकार पहले भी बनी थी लेकिन चल नहीं पाई। फिर ये लोग मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बिहार के विकास के लिए शुभ संकेत नहीं है। हमारी पार्टी(LJP) NDA के साथ थी और आगे भी रहेगी: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, दिल्ली pic.twitter.com/rcflGRurf9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2022
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस इस पर कहा, ‘जो भी हुआ अच्छा नहीं हुआ. पहले भी ऐसा हो चुका है. RJD और JDU की सरकार पहले भी बनी थी लेकिन चल नहीं पाई। फिर ये लोग मिलकर सरकार बना रहे हैं. ये बिहार के विकास के लिए शुभ संकेत नहीं है. हमारी पार्टी(LJP) NDA के साथ थी और आगे भी रहेगी.’
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में दरार को लेकर भारतीय जनता पार्टी की बैठक मंगलवार को पटना में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर संपन्न हुई.
बैठक के बाद पार्टी नेता भीखूभाई दलसानिया, रेणु देवी, मंगल पांडे, नितिन नवीन, अमरेंद्र प्रताप सिंह और सम्राट चौधरी प्रसाद के घर से निकल गए. बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक आज पटना में पार्टी कार्यालय में होनी है.
सहयोगी भाजपा के साथ अनबन की खबरों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने आधिकारिक आवास पर जदयू के सभी सांसदों और विधायकों की बैठक की.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77 , जद (यू) के पास 45, कांग्रेस के 19, सीपीआईएमएल (एल) के नेतृत्व वाले वाम दलों के पास 16 और राजद के पास 79 सीटे हैं.
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