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Friday, 11 October, 2024
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CM से पूछें सवाल, सरकारी काम की लें जानकारी, बनिए पार्टी कार्यकर्ता — DMK ने शुरू किया वन-स्टॉप ऐप

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि ऐप की कल्पना यह सुनिश्चित करने के लिए की गई है कि सरकारी योजनाओं तक लोगों की पहुंच आसान हो और डीएमके के बीच अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी हो.

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चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) ने मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन के नाम से एक ऐप लॉन्च किया है. स्टालिन लोगों को पार्टी की गतिविधियों से जुड़ने के साथ-साथ तमिलनाडु सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को समझने के लिए एक वन-स्टॉप मंच के रूप में काम करेंगे.

सीएम ने 17 सितंबर को वेल्लोर जिले के पल्लीकोंडा में एक पार्टी कार्यक्रम में ‘मक्कलुडन स्टालिन’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया था.

डीएमके आईटी विंग के एक सदस्य ने दिप्रिंट को बताया, “मोबाइल ऐप, जो डाउनलोड के लिए उपलब्ध भी है, डीएमके की पहल और सरकार की गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं के बारे में व्यापक जानकारी देता है.”

‘उंगालिल ओरुवन’ और पॉडकास्ट सीरीज़, ‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ के बाद, ‘मक्कलुडन स्टालिन’ ऐप का उद्देश्य द्रमुक सरकार, पिछले दो वर्षों में शुरू की गई इसकी योजनाओं और 234 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में तमिलनाडु सरकार की गतिविधियों के बारे में जानकारी का प्रसार करना है.

डीएमके के सूत्रों ने कहा कि ऐप का आइडिया स्टालिन का था, जबकि पार्टी की आईटी विंग ने इसका खाका बनाया है. तकनीकी सहायता पॉपुलस एम्पावरमेंट नेटवर्क, एक सामाजिक-राजनीतिक अनुसंधान संगठन ने प्रदान की थी.

डीएमके ने एक बयान में कहा, “ऐप को द्रविड़ दर्शन के अनुसार सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है, जो द्रविड़वाद के महान नेताओं: पेरियार, अन्ना और कलैग्नार से प्रेरित है. यह उस सिद्धांत का प्रतीक है कि ‘हर किसी के पास सब कुछ होना चाहिए’, जो द्रविड़ विचारधारा की आधारशिला है.”


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‘विभिन्न प्रकार के व्यक्तियों की सेवाएं’

पहली बार ऐप इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को नाम, उम्र, जेंडर और घर के एड्रैस जैसी डिटेल्स भरनी होंगी. इनपुट के आधार पर, ऐप यूजर्स की विशिष्ट ज़रूरतों के लिए लागू योजनाओं की पहचान करता है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीख लेते हुए, यह ऐप जनता को पार्टी कैडर के रूप में रजिस्टर करने में भी मदद करता है. डीएमके आईटी विंग के सदस्य ने कहा, “पार्टी कैडर के रूप में वैरिफाई होने पर यूजर को ऐप में पार्टी से संबंधित सुविधाओं तक पहुंच प्राप्त होगी.”

डीएमके के बयान में कहा गया है कि ऐप की सुविधा “बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, उद्यमियों और ज़रूरतमंद लोगों तक विभिन्न प्रकार के व्यक्तियों की ज़रूरतों को पूरा करती है, जो पात्रता के आधार पर योजनाओं को समझने और आवेदन करने की प्रक्रिया को सरल बनाती है.”

ऐप में अनगैलिल ओरुवन प्रश्न-उत्तर खंड की भी सुविधा होगी, जिससे जनता इस ऐप के माध्यम से सीधे सीएम को अपने सवाल भेज सकेगी. डीएमके आईटी सदस्य ने कहा, सीएम सामूहिक रूप से यूजर्स के सवालों का जवाब देंगे.

इसमें मुख्यमंत्री के काला ऐविल मुधलवार (क्षेत्र के दौरे पर मुख्यमंत्री), मुख्यमंत्री पर समाचार कवरेज, उनकी घोषणाओं पर फ्लैश समाचार और नवीनतम अपडेट पर प्रकाश डालने वाले 30-सेकंड के वीडियो पर व्यापक विवरण भी शामिल है.

राजनीतिक विश्लेषक प्रियन श्रीनिवासन ने दिप्रिंट को बताया, “दिन-ब-दिन सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ रहा है और लोगों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करना भाजपा द्वारा एक आजमाई हुई और परखी हुई रणनीति रही है और डीएमके द्वारा अब इसे आजमाना एक स्वागत योग्य कदम है.”

उन्होंने कहा, “इससे लोगों को सरकारी गतिविधियों में समावेशिता के साथ-साथ पारदर्शिता की भावना मिलेगी. इसके अतिरिक्त, जब लोग अपने सवाल या परेशानियां सीधे मुख्यमंत्री के सामने रख पाएंगे, तो इससे उन्हें यह महसूस करने में मदद मिलेगी कि वो सीधे उनसे संपर्क कर पा रहे हैं. अगर ये ऐप प्रभावी ढंग से काम करता है, तो ये सवाल या चिंताएं सीएम तक पहुंच जाएंगी और वो ज़मीनी हकीकत को समझने और उसके अनुसार कार्य करने में सक्षम होंगे.”

डीएमके के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि 19 सितंबर तक 15 लाख से अधिक यूजर्स ने ऐप डाउनलोड किया है.

द्रमुक आईटी विंग के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा, “ऐप सरकार और लोगों के बीच एक पुल का काम करेगा. यह जनता को योजनाओं तक पहुंचने, उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में हाइपरलोकल गतिविधियों के बारे में जानने की अनुमति देगा. वो अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों, जिला सचिवों और स्वयं मुख्यमंत्री से जुड़ पाएंगे.”

डीएमके सूत्रों ने कहा कि ऐप पर काम प्रगति पर होगा और अगले कुछ महीनों में एक बार जब सवाल, पूछताछ और अनुरोध आना शुरू हो जाएंगे, तो ऐप पूछताछ और की गई कार्रवाइयों पर एक डैशबोर्ड दिखाना शुरू कर देगा.

डीएमके प्रवक्ता एडवोकेट ए सरवनन ने कहा, “इस ऐप की कल्पना यह सुनिश्चित करने के लिए की गई है कि लोगों और डीएमके के बीच अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी हो और सरकारी योजनाओं तक उनकी पहुंचा आसान हो. इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि नेता को सरकार और उसके शासन के कार्यान्वयन और प्रभावशीलता के बारे में गहराई से जानकारी होगी.”

(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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