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Monday, 6 May, 2024
होमराजनीतिप्रकाश आंबेडकर INDIA में एमवीए के समान भागीदार बनना चाहते हैं, सहयोगी बोले, ‘शीर्ष नेता करेंगे फैसले’

प्रकाश आंबेडकर INDIA में एमवीए के समान भागीदार बनना चाहते हैं, सहयोगी बोले, ‘शीर्ष नेता करेंगे फैसले’

वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख आंबेडकर ने अपनी पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी के शरद पवार गुट के लिए 12+12+12+12 सीटों का प्रस्ताव दिया है.

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मुंबई: महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन की प्रमुख पार्टियां — कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का शरद पवार गुट — आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा करने के लिए नई दिल्ली में इकट्ठा हुए हैं. वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले ही एक “व्यावहारिक और संघर्ष-मुक्त” फॉर्मूला प्रस्तावित कर चुके हैं.

आंबेडकर ने गुरुवार को शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर कहा कि उन सभी को लोकसभा चुनाव “एक साथ और समान साझेदार के रूप में समान संख्या में सीटों पर” लड़ना चाहिए.

उन्होंने कहा, “मैं दोहराना चाहूंगा कि 12 + 12 + 12 + 12 फॉर्मूला न केवल नरेंद्र मोदी को पद से हटाने के लिए बल्कि एमवीए और INDIA में आमंत्रित होने की हमारी इच्छा और रुचि को फिर से व्यक्त करने के लिए प्रस्तावित किया गया है, बल्कि एमवीए के भीतर सीट-बंटवारे की संख्या पर भी सभी असहमतियों को समाप्त करने के लिए भी प्रस्तावित किया गया है.” दिप्रिंट के पास इस पत्र की एक प्रति है.

महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें हैं और आंबेडकर के फॉर्मूले में वीबीए, कांग्रेस, शिव सेना यूबीटी और एनसीपी के शरद पवार गुट के लिए 12-12 सीटें प्रस्तावित हैं.

हालांकि, एमवीए के भीतर तीन प्रमुख दलों ने यह कहकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि सीट-बंटवारे का फैसला शीर्ष नेताओं द्वारा उनकी बैठकों में लिया जाएगा.

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शरद पवार गुट (राकांपा) की बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने शुक्रवार को मीडिया को बताया, “दिल्ली में शीर्ष नेताओं सोनिया जी, उद्धव जी और पवार साहब ने पहले ही सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू कर दी है और अगले 8-10 दिनों में चीज़ें साफ हो जाएंगी.”

इस साल की शुरुआत में शिवसेना यूबीटी ने चुनावों के लिए वीबीए के साथ समझौता किया था, लेकिन इसके बावजूद, वीबीए को इंडिया ब्लॉक में शामिल करने का फैसला लंबित है.

तब से, राकांपा विखंडित हो गई और उसका अजीत पवार गुट एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गया.

शिवसेना यूबीटी के एक वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया, “आंबेडकर की छवि बड़े-बड़े दावे करने और और अधिक मांगने की है. उन्हें पूछने दीजिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उन्हें 12 सीटें दे देंगे.” नेता ने आगे कहा, “यह आसान है, प्रकाश आंबेडकर का राज्य में कोई सांसद नहीं है. उनके अलावा, वीबीए के किसी अन्य नेता का बड़ा प्रभाव नहीं है.”

महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर विचार-विमर्श करने के लिए शुक्रवार को पार्टी के दिल्ली नेतृत्व से मुलाकात की.

बैठक में शामिल रहे कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया, “प्रकाश आंबेडकर को इंडिया गठबंधन में शामिल किया जाए या नहीं और अगर हां, तो सीट-बंटवारे का फार्मूला क्या होगा, यह सब चर्चा का हिस्सा है और रहेगा जिस पर जल्द फैसला लिया जाएगा.”

दिप्रिंट ने कॉल के जरिए टिप्पणी के लिए आंबेडकर से संपर्क किया था, उनका जवाब मिलने पर इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा.


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एमवीए के लिए सीट-बंटवारा ‘दो हफ्ते में’

जबकि एमवीए की प्रमुख पार्टियां आधिकारिक तौर पर कह रही हैं कि सीट-बंटवारे का फैसला शीर्ष नेतृत्व द्वारा किया जाएगा, शिवसेना यूबीटी के संजय राउत ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि उनकी पार्टी 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

राउत ने कहा, “आज भी शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में नंबर एक पार्टी है. लोग शिवसेना और शरद पवार (एनसीपी गुट) के पूर्ण समर्थन में हैं. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. सीट बंटवारे के मुद्दे पर एमवीए सहयोगियों के बीच कोई टकराव नहीं है. हमने 23 सीटों की मांग की है क्योंकि लोकसभा चुनाव में शिवसेना हमेशा 23 सीटों पर लड़ती आई है. हम सीट बंटवारे के बारे में दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं से बात कर रहे हैं.”

हालांकि, महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने 23 सीटों के लिए शिवसेना यूबीटी की मांग का विरोध किया है, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वड्डेतिवार, जो दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात कर रहे हैं, ने मीडिया से कहा कि जो भी फैसला होता है वह शीर्ष नेताओं और इंडिया गुट के भीतर सभी को स्वीकार्य होगा.

उन्होंने कहा, “हमारा एमवीए गठबंधन है और अगर हमें किसी और को भी साथ लेना है, तो हम, राज्य के नेता, अपने विचार रखेंगे. लब्बोलुआब यह है कि हमें एक मजबूत इंडिया गठबंधन बनाना होगा. मैं आपको कोई संख्या नहीं बताऊंगा और न ही दावा करूंगा कि हम कितनी सीटों पर लड़ेंगे. बैठक में जो भी फैसला होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे और उस पर काम करना शुरू करेंगे.”

तीनों एमवीए पार्टियों के नेताओं के मुताबिक सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है और दो हफ्ते के भीतर तस्वीर साफ होने की उम्मीद है.

महाराष्ट्र की सीटें अहम

2018 में प्रकाश आंबेडकर द्वारा स्थापित, वीबीए ने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ गठबंधन में 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा.

हालांकि, उसे एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वीबीए ने राज्य में पड़े कुल वोटों का 14 प्रतिशत हासिल किया और कथित तौर पर कम से कम सात सीटों पर कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया.

जबकि उस साल के अंत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वीबीए का प्रदर्शन भी निराशाजनक था, कांग्रेस ने कम से कम 25 सीटों पर अपनी हार के लिए पार्टी को दोषी ठहराया.

वीबीए यह देखने के लिए इंतज़ार कर रहा है कि क्या इसे विशेष रूप से एमवीए और सामान्य रूप से इंडिया ब्लॉक में शामिल किया जाएगा. अगर सीट बंटवारे का फॉर्मूला नहीं निकला तो पार्टी महाराष्ट्र की सभी 48 सीटों पर लड़ने को भी तैयार है.

उत्तर प्रदेश के बाद 48 लोकसभा सीटों वाला महाराष्ट्र दूसरा सबसे अधिक सांसदों वाला राज्य है और इसलिए दांव ऊंचे हैं.

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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