नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट (अफस्पा) पूरे असम से हटा दिया जाए.
केंद्रीय गृह मंत्री दो दिवसीय असम दौरे पर हैं.
उन्होंने कहा कि असम में अफस्पा के तहत आने वाले क्षेत्रों को कम कर दिया गया है.
शाह ने कहा, ‘साल 1990 में अफस्पा लागू किया गया था. इसे सात बार बढ़ाया गया है. 8 साल मोदी शासन के बाद राज्य के 23 जिलों को इससे मुक्त किया जा चुका है. वहीं, 60 प्रतिशत क्षेत्रों से इसको हटाया जा चुका है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘चरमपंथी गुटों से एक के बाद एक शांति समझौते हो रहे हैं, भटके हुए युवा मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और सात दशक पुराने मुद्दों को सुलझाने के लिए पड़ोसी राज्यों से बातचीत की जा रही है.’
शाह ने कहा कि असम पुलिस संवैधानिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए उग्रवाद की समस्या के खिलाफ खड़ी थी. उन्होंने बंदूकों के साथ बंदूकों का सामना किया और फिर भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में लाए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले 25 साल में अनुकरणीय सेवा के लिए असम पुलिस को ‘प्रेसीडेंट्स कलर’ (राष्ट्रपति के ध्वज) से सम्मानित किया.
ध्वज पर असम के नक्शे, राज्य के जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 36 सितारे, एक सींग वाले गैंडे और असम पुलिस की आदर्श पंक्ति और प्रतीक चिन्ह को बनाया गया है. असम इससे सम्मानित किया गया देश का 10वां राज्य है.
‘प्रेसीडेंट्स कलर’, शांति और युद्ध के दौरान राष्ट्र की अनुकरणीय सेवा के लिए किसी भी सैन्य या पुलिस इकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है.
शाह ने यहां अलंकरण परेड समारोह में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत की उपस्थिति में राज्य पुलिस को यह सम्मान दिया.
भाषा के इनपुट से
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