स्पॉइलर अलर्ट! मनी हाइस्ट का पांचवा सीजन जब खत्म होता है तो प्रोफेसर कहां जाता है? उसी जगह जो हर बार उसके लिए मददगार साबित होती है- पाकिस्तान. इसी दिसंबर में फिनाले के साथ इस शो का अंत हो सकता है लेकिन प्रोफेसर के हमशक्ल यानी अलवारो मोर्टे के हमशक्ल ने पाकिस्तान में कहीं एक किराना स्टोर खोल लिया है- जैसा फोटो में देखा जा सकता है और अगली डकैती की योजना बनाने में मशगूल है. लेकिन पाकिस्तान में मशहूर प्रोफेसर के एक नहीं बल्कि दो हमशक्ल हैं. हां, यह रणनीति का हिस्सा है.
एक प्रोफेसर तो मोबाइल रिचार्ज, चिल्ड कोक और अगर आपको सर्दी हो गई है तो विक्स और न जाने क्या-क्या चीजें उपलब्ध कराने के लिए उपलब्ध है. आप बस हुक्म करो, सामान हाजिर. आपने एक मिनट के लिए भी नहीं सोचा होगा कि प्रोफेसर गरीब है, क्योंकि किराने का सारा कारोबार तो एक दिखावा है, जब तक कि वह स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान लूटने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता. प्रोफेसर के साथियों को भले ही वहां एक खाली तिजोरी मिले लेकिन आखिरकार हर डकैती बहुत आसान तो नहीं हो सकती.
कराची में मिला दूसरा हमशक्ल फरहान है और क्या आपको अंदाजा भी है, वह एक बैंक में काम करता है. फरहान मनी हाइस्ट शो देखता है और इस शो के मुख्य किरदार के साथ अनोखी समानता से वाकिफ भी है. उसका बॉस भी उससे कहता है कि जब वह प्रोफेसर जैसा दिखता है तो बैंक की नौकरी करके अपनी जिंदगी क्यों बर्बाद कर रहा है. और फरहान के दोस्त उससे कहते रहे हैं कि उसे अपना हेयर स्टाइल और लुक थोड़ा बदल लेना चाहिए ताकि प्रोफेसर की तरह न दिखे. क्या वह प्रोफेसर की नकल करता है? उसका कहना है, कतई नहीं.
प्रोफेसर का पाकिस्तानी कनेक्शन
प्रोफेसर का पाकिस्तान कनेक्शन 5जी से भी ज्यादा मजबूत है. अगर 65 पाकिस्तानी जीनियस स्पेनिश टेलीकम्युनिकेशन को हैक नहीं करते तो डकैती को कैसे अंजाम दिया जा सकता था? डकैती के दौरान गोली निकालने के ऑपरेशन में वर्चुअली मदद करने वाला पाकिस्तानी सर्जन याद तो होगा ही? एक पार्किंग गैरेज के अंदर प्रोफेसर की मदद करने के लिए पाकिस्तानी लोगों ने ही सिग्नल स्विच किया था. इसकी भी वजह है कि नए सीजन में प्रोफेसर को ‘पाकिस्तान से संपर्क करने’ को कहा गया. उसने किया भी और उसकी परेशानी बढ़ी नहीं, भले ही वह कम न हो पाई हो. हालांकि आपात स्थिति में पाकिस्तान को कॉल लगने से पहले कोविड-19 पर जनहित में जारी संदेश बजने लगता है- लगता है कि कहीं हाथ धोने वाले इस संदेश के कारण प्रोफेसर को अपनी योजना से ही हाथ न धोना पड़ जाए?
#MoneyHeist team is trying to relief #Nairobi by some miracle & with the help of #DrAhmad from #Pakistan makes it out alive. We see more mention of Professor's link in #Pakistan as he connects with the team of #Hackers & #Surgeons from #Pakistan. It was bit amazing.? pic.twitter.com/3m7pV9pjpq
— Zee Mirza (@ZeeMirza15) April 23, 2020
जब प्रोफेसर पाकिस्तान को कॉल लगा रहा हो तो अमेरिकी राष्ट्रपति के फोन की किसे जरूरत है? जो बाइडन, क्या आप यह देख रहे हैं?
मनी हाइस्ट के पाकिस्तानी प्रशंसक सालों से प्रोफेसर और उसकी टीम पर तरह-तरह से प्रतिक्रिया देते रहे हैं. आपको क्या लगता है कि शो की टीम को पाकिस्तान में अपना राष्ट्रीय पहचान पत्र कैसे मिल गया, वह भी नए नामों के साथ. यह सब प्रशंसकों ने ही बनाया है. प्रोफेसर अब शेख परवेज इम्तियाज, नैरोबी अब नादिया अख्तर, बर्लिन अब बिलाल अब्बासी, टोक्यो तानिया खट्टक, रियो राजा जीशान अली और डेनवर का नाम बदलकर दिलावर खान मसूद हो गया है. डिजिटल रूप में ही सही, ये सब पाकिस्तानी नागरिक घोषित कर दिए गए हैं.
2020 में एक ऑनलाइन कंपनी ने 50 करोड़ के डिस्काउंट को लेकर एक विज्ञापन अभियान चलाया था, जो इस स्पेनिश सीरिज से काफी ज्यादा प्रेरित था. प्रशंसक तो इस अभियान पर मानों टूट ही पड़े थे और यह तक मान लिया कि यह मनी हाइस्ट का एक पाकिस्तानी फिल्म वर्जन है. पोस्टर और प्रोमो में कलाकारों को उनके दस्तखत वाली लाल ड्रेस में दिखाया गया है, जिसमें पात्रों के मगशॉट के साथ पाकिस्तानी शहरों दादू, रहीम यार खान, मियांवाली, साहीवाल आदि नाम लिखे थे. हालांकि रकम केवल (रु) 50 करोड़ होने पर सभी को अचरज हो रहा था? इस पर तर्क-वितर्क हुए कि क्या यह वह राशि है जो प्रोफेसर ने टिप के तौर पर दी होगी. गोपनीय तौर पर, कुछ लोगों ने जरूर चाहा होगा कि यह एक पाकिस्तानी फिल्म होती क्योंकि साउंडट्रैक बेला चाओ पहले से ही बनाया जा चुका है. लेकिन फिलहाल नहीं.
स्पॉइलर अलर्ट!
मनी हाइस्ट के पिछले एपिसोड में पसंदीदा किरदार टोक्यो की ‘मौत’ ने पाकिस्तान के तमाम प्रशंसकों को सदमा दे दिया है, उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा है और कुछ तो शोक भी मना रहे हैं. जहां कई लोग उसकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि टोक्यो के बिना देश आगे कैसे बढ़ेगा. कुछ लोग तो चाहते हैं कि अगले सीजन तक झंडा आधा झुका रहे. साजिश के सिद्धांतों में भरोसा रखने वाले तमाम लोगों का मानना है कि टोक्यो को किसी वजह से मारा गया है, जबकि अन्य इमरान खान सरकार को दोष दे रहे हैं. वे सभी सच्चे प्रशंसक हैं.
फिलहाल, हम मनी हाइस्ट के पाकिस्तान प्रकरण का लुत्फ उठा सकते हैं. प्रोफेसर के सभी साथी हबीब बैंक लूटते हैं. डकैती सफल भी हो जाती है लेकिन तभी एक चौंकाने वाला मोड़ आता है जब प्रोफेसर मोटरसाइकिल पर टीम को लेने पहुंचता है. सबसे पहले तो वे सब उसमें फिट नहीं हो पाते हैं और फिर मोटरबाइक का पेट्रोल खत्म हो जाता है. क्या क्रूर क्लाइमेक्स!
पाकिस्तान में ट्विटर पर सप्ताहांत में जब #Salwar के साथ #MoneyHeistSeason5 ट्रेंड कर रहा था, तो केवल एक बात स्पष्ट थी- प्रोफेसर के पाकिस्तान कनेक्शन का मतलब केवल सुनहरे दिन और ज्यादा से ज्यादा डकैतियां हैं. चाओ, तब तक के लिए जब तक हम किराना स्टोर्स और बैंकों में और अधिक हमशक्ल ढूंढ़ते हैं, जो हमें आगे का घटनाक्रम बता सकें कि प्रोफेसर आगे क्या करने वाला है.
Professor will not contact Pakistan anymore #MoneyHeistSeason5 pic.twitter.com/sEioUg0vPJ
— Wajahat Naseer (@bolowajahat) September 5, 2021
(लेखिका पाकिस्तान की स्वतंत्र पत्रकार हैं. उनका ट्विटर हैंडल @nalainayat है. व्यक्त विचार निजी हैं)
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