scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होममत-विमतकैसे पाकिस्तान की एक 'लाड़ली शहज़ादी', शेरनी बनकर अपने देश के लिए दहाड़ रही है

कैसे पाकिस्तान की एक ‘लाड़ली शहज़ादी’, शेरनी बनकर अपने देश के लिए दहाड़ रही है

Text Size:

मरियम नवाज फूहड़ राजकुमारी से अब उर्दू शब्दकोष में सुधार और चुस्त कपड़ों के साथ बन गई हैं एक राजनेता। वह अब इसका नेतृत्व कर रही हैं

इमरान खान उनको “मुगल राजकुमारी” और ट्रोल करने वाली उनकी सेना (पार्टी कर्याकर्ता) उनको “भ्रष्ट बेटी” कहते थे। लेकिन अब, मरियम नवाज पाकिस्तान में एक वास्तविक बदलाव का एक चेहरा हैं। यदि इमरान खान के नारे के हिसाब से बोला जाए तो विडंबनात्मक रूप से वह अब एक “नया पाकिस्तान” है।

एक लाडली राजकुमारी जिसको मुर्रे के एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने, कम उम्र में ही शादी करने और विपरीत परिस्थितियों में भी मुस्कुराने के लिए जाना जाता था अब वही मरियम पाकिस्तान की खराब स्थिति के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक बन गई है।

कुछ पाकिस्तानी मरियम को चोर कहकर गालियाँ देते हैं जिन्होंने देश की दौलत को लूट लिया, जो जेल में गुच्ची (Gucci) की चप्पलें पहनती है और अबू धाबी के हवाईअड्डे से शैम्पू खरीदती हैं। ट्रोल करने वालों के पास शायद इस परंपरावादी परिवार से नाराज होने की यही एक वजह है कि वे इस परिवार को ही पाकिस्तान की सारी परेशानियों के लिए दोषी ठहराते हैं। कुछ लोगों ने शरीफ के खिलाफ विद्रोह और नाराजगी का खुला प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद भी मरियम ने इस कहानी को पूरी तरह से बदल दिया है। प्रधानमंत्री पद से तीन बार हटाए गए नवाज शरीफ के साथ उनकी उत्तराधिकारी (मरियम) ने स्वयं को गिरफ्तार करवाने की भी पेशकश की थी और अब वह रावलपिंडी की अदियाला जेल में हैं।

सड़कों को जाम करने वाली समर्थकों की भीड़ को प्रसारित एक भावात्मक वीडियो में उन्होंने कहा कि लाहौर वही शहर है जो कि शरीफ का निर्वाचन क्षेत्र है और मरियम यहीं पली बढ़ी एवं कानून का सामना करने के लिए पिता और बेटी इंग्लैंड से इसी शहर में आ गये।

हाल ही के वर्षों में, मरियम एक लाडली राजकुमारी की अपनी पिछली छवि से ऊपर उठकर एक आकर्षक राजनेता के रूप में सामने आईं हैं। वह हमेशा से अपने पिता की चैंपियन थीं, एक राजनेता के रूप में उनकी सार्वजनिक शुरूआत उनके व्यक्तिगत परिवर्तन के साथ हुई। उन्होंने अपने उर्दू शब्दकोष में सुधार किया, अपने माँ टाइप लुक और उसी तरह के बातचीत के तरीके को छोड़ दिया। वजन कम किया और चुस्त कपड़े पहने। वह अब इसका नेतृत्व र रही हैं।
मरियम ने ब्रिटेन में मीडिया के साथ बहुत ही आत्मविश्वास से बातचीत की। पाकिस्तान में उन्होंने स्वयं को सिर पर दुपट्टा डालकर मुस्कुराते हुए गिरफ्तारी के लिए प्रस्तुत किया।

समय के साथ साथ उन्होंने अपने पिता की पार्टी को भी बदल दिया है, धीरे धीरे वह अपनी पार्टी की राइट विंग राजनीति से परोक्ष दबाव डालते हुए मध्यवादी और उदारवादी दिशा की ओर ले गईं। उन्होंने यह नावाज का साथ देते हुए और जालसों को संबोधित करते हुए बड़े ही गोपनीय तरीके से कार्य किया। एक प्रधानमंत्री जिसने ऐसा कानून पेश किया था जिसमें एक आदमी अपने बेटे को माफ कर सकता था यदि उसने अपनी बेटी (जिसे दीयत कानून के रूप में जाना जाता है) को मार दिया है, जिसके बाद नवाज लोकतांत्रिक मूल्यों के चैंम्पियन बन गए थे। वह पाकिस्तान के सताए हुए अल्पसंख्यकों एवं अहमदीज को अपना भाई बुलाते थे और दूसरों की विष भरी टिप्पणियों से के लिए अनुकूलता से और आलोचना के लिए गर्मजोशी से जवाब देती थीं जिसकी वजह से इस सोसल प्लेटफॉर्म पर उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। उन्हें यूथ प्रोग्राम का प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन अदालत के एक आदेश के बाद इन्हें इससे इस्तीफा देना पड़ा था जिसमें इसको अवैध माना गया था। प्रसाशन उनके पीछे पड़ा था – और नहीं चाहता था कि वह सत्ता की कुर्सी पर बैठें।
जैसा कि रेंजर्स ने 13 जुलाई, 2018 को उनको और उनके पिता को ghera और उन्हें चिकित्सकीय चिकित्सक की सुविधा नहीं दी, उस समय मैं हँस सकती थी और इसे कर्म कह सकता थी और मेरे ट्विटर टाइमलाइन पर दिखाई दे रहे एक केक की फोटो को रीट्वीट कर सकती थी।

एक समय था जब पुलिस कराची में अपने राजनीतिक सम्बन्धों के लिए मेरे परिवार के एक-एक सदस्य की तलाश में आई थी। यह तब हुआ था जब नवाज शरीफ प्रधानमंत्री थे। राज्य-स्वीकृत अराजकता और पुलिस क्रूरता तब भी जारी रही जब बेनजीर भुट्टो प्रधानमंत्री बनी थीं।

अपने आप को दूर रखते थे, उनकी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग – नवाज शरीफ (पीएमएल-एन) के कार्यकाल के दौरान एक बिल पारित किया गया जहाँ परिवार का कोई भी सदस्य ऑनर किलिंग को स्वीकार नहीं कर सकता था। ज़िया शागिर्द होने के बजाय नवाज एक कारण के साथ वाले विद्रोही बन गये थे। और वह मरियम ही थीं जिन्होंने उनका हाथ थामा और उनको पाकिस्तान की राजनीति के ऐतिहासिक बिंदु तक ले गईं।
2013 से, वह पीएमएल-एन की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय थीं। वह ट्विटर पर प्रशंसा
लेकिन पिता और बेटी को देख कर हंस नहीं पाई। मैं अचंभित रह गई और राजनीतिक उत्पीड़न का एक और चक्र देखा, इस बार उन लोगों पर जो सबसे शक्तिशाली थे और जिनको सबसे ज्यादा विशेषाधिकार प्राप्त था।
मरियम को अपने विरोधियों से अपमानजनक, जानलेवा और बलात्कार की धमकियाँ मिलती हैं। वे उन्हें अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी करने के बारे में भी खिल्ली उड़ाते हैं। उनके आलोचकों, मुख्यतः इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के लोग, उनके चरित्र पर धावा बोलते हैं। जानवरों की तस्वीरों पर उनकी तश्वीर चिपकाते हैं तथा उलटी-सीधी हरकते करते हैं।

नारीवाद और महिलाओं के प्रति इमरान खान का अपना दृष्टिकोण सबको अच्छी तरह से पता है। उनकी पार्टी, जो स्वयं को परिवर्तन और सुधार की पार्टी के रूप में स्थापित किए हुए है, पाश्चात्य नारी वाद को अस्वीकार करती है। मरियम एक महिला होने का हर्जाना भर रही हैं जो हर महिला को भरना ही होता है। उनका यह हर्जाना संसार के इस हिस्से में लोकप्रिय होने का है। उनको नारी जाति के प्रति घृणा और निरा अपमान को सिर्फ इसलिए जूझना पड़ता है क्योंकि वे महिलाएं हैं।

फिर भी, वे लौट आईं।

राजनीतिक हड़कंप रहस्यमय तरीके से कार्य करते हैं। इमरान एक नैतिक जीत और पीएम हाउस की ओर बढ़ने के लिए तैयार थे। उनकी पार्टी नवाज शरीफ और उनके भ्रष्ट परिवार के पतन का जश्न मना चुकी थी। विश्लेषकों ने पनामा पेपर्स और कैलिबरी गेट और नवाज को दस साल की तथा मरियम को सात साल की सजा के आधार पर नकार दिया था जिसे कई टिप्पणीकारों ने ‘न्यायिक तख्तापलट’ का नाम दिया था। मैंने उम्मीद की थी कि एक आश्रय प्राप्त बेटी जिन्होंने सऊदी अरब में एक आरामदायक जिंदगी जी थी,इस प्रकरण के बाद धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी।

कई लोगों ने उनकी तुलना ऊर्जावान बेनजीर भुट्टो से करने के विचार पर नाराज होते हुए जोर देकर कहा कि मरियम लाखों लोगों के लिए कोई नेता नहीं हैं और न ही कोई प्रेरणा हैं और वे इमरान खान के लिए सार्वजनिक पक्ष के आगामी समर्थन के खिलाफ कोई संभावना नहीं रखतीं।

लेकिन अब मरियम को राजनीतिक उत्पीड़न की वेदी पर जलते हुए सात साल की कैद का सामना करना पड़ रहा है, उनकी सराहना एक ‘शेर-दिल’ के रूप में की जा रही है। एक हस्तलिखित पत्र में, उन्होंने आदियाला जेल में कोई भी अतिरिक्त सुविधा लेने से इनकार कर दिया है। जब भी वे घृणा और नफरत के सैलाब से उभरकर सार्वजनिक क्षेत्र में वापसी करेंगी, तब वे नायिका मानी जाएंगी। वे एक नए प्रगतिशील पाकिस्तान का चेहरा बन सकती हैं।

लेखिका पाकिस्तान में एक उदारवादी, नारीवादी पत्रकार, यूट्यूबर, सुपरमॉम और बिरयानी विशेषज्ञ (निर्माता) हैं। इनका ट्विटर हैंडल @mahwashajaz_ है।

share & View comments