scorecardresearch
Saturday, 4 May, 2024
होममत-विमतमणिपुर हिंसा, पहलवान आंदोलन, सिल्क्यारा हादसा— दिप्रिंट की तस्वीरों ने जो कहानी बताई, वह किसी और ने नहीं

मणिपुर हिंसा, पहलवान आंदोलन, सिल्क्यारा हादसा— दिप्रिंट की तस्वीरों ने जो कहानी बताई, वह किसी और ने नहीं

यह मल्टीमीडिया का युग है, जिसमें 'पाठक-दर्शक' रीलों, रिकॉर्डिंग और प्रेजेंटेशन पर निर्भर हैं. और दिप्रिंट के फोटो जर्निलिस्ट इस पल को यादगार बनाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: लाइट्स, कैमरा और स्टोरीटेलिंग- दिप्रिंट के फोटो जर्नलिस्टों को कहानी बुनने के लिए शब्दों की जरूरत नहीं है. ये बातें रीडर्स एडिटर शैलजा बाजपेयी अपने कॉलम में लिखती हैं. यह मल्टीमीडिया का युग है, जिसमें “पाठक-दर्शक” रीलों, रिकॉर्डिंग और प्रेजेंटेशन पर निर्भर हैं. और तस्वीरें, जो उस पल को हमेशा के लिए स्थिर कर देती हैं, आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं.

दिप्रिंट के प्रवीण जैन, मनीषा मंडल, और सूरज सिंह बिष्ट हमेशा सतर्क रहते हैं. दिल्ली में पहलवानों के विरोध प्रदर्शन से लेकर दिल्ली में आई बाढ़ में घुटने तक पानी में खड़े होकर तस्वीरें कैद करने, उत्तरकाशी सुरंग ढहने के दौरान पानी में भींगने से लेकर प्राइम टाइम के दौरान एक सटीक तस्वीर कैद करना, जिससे की मंत्रीजी मुस्कुराने लगे और मणिपुर में हाल ही में हुई जातीय झड़पों को कैद करने वाले ये पहले व्यक्ति थे.

यहां 2023 की उनकी कुछ बेहतरीन तस्वीरें हैं. 

फोटो: मनीषा मंडल

नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का विरोध प्रदर्शन चार महीने तक चला और 15 जून को दिल्ली पुलिस ने इसे बलपूर्वक ख़त्म कर दिया. पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने नई संसद तक मार्च किया जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. फोटो: मनीषा मंडल.

फोटो: मनीषा मंडल

सीआरपीएफ की महिलाओं का एक ग्रुप एक ड्रिल का प्रदर्शन करता है. ये ब्लैक कमांडो वैली QAT (क्विक एक्शन टीम) का हिस्सा हैं. सीआरपीएफ वैली क्विक एक्शन टीम (वैली क्यूएटी) में 2021 में 18 महिलाएं शामिल हुईं. फोटो: मनीषा मंडल.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

फोटो: मनीषा मंडल

उत्तर प्रदेश में ग्रीन आर्मी ने समाज के पिछड़े वर्गों की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपने घरों से बाहर कदम रखा है. लगभग 1,800 महिलाओं के सदस्यों के साथ, समूह अन्य महिलाओं को उत्पीड़न और यौन और घरेलू हिंसा के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रोत्साहित करता है. यह लड़कियों को शिक्षित करने की दिशा में भी काम करता है. हरे रंग की महिलाएं न केवल अपने जीवन में पुरुषों को सुधारना चाहती हैं, बल्कि अपने गांवों की स्थिति भी सुधारना चाहती हैं. और हिंसा उनके हस्तक्षेप का साधन नहीं है. फोटो: मनीषा मंडल.

फोटो: प्रवीण जैन

मई 2023 में मणिपुर में हुई जातीय झड़पों के मद्देनजर, सैकड़ों कुकी और मैतेई विस्थापित हो गए, बेघर हो गए और हिंसा का शिकार हुए. कई लोगों को राहत शिविरों में आश्रय मिला. यहां तिंगनगैपक वैफेई हैं, जो सेंट पीटर स्कूल, टेंग्नौपाल के एक राहत शिविर में अपने 17 वर्षीय बेटे को खाना खिला रही हैं. फोटो: प्रवीण जैन

फोटो: प्रवीण जैन

पहलवानों का विरोध भारत में 2023 का बड़ा क्षण था. जहां बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ कई लड़ाइयां चल रही हैं, यहां जंतर-मंतर पर साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की ट्रेनिंग की तस्वीर है. फोटो: प्रवीण जैन

फोटो: प्रवीण जैन

उस उम्र में जब अधिकांश लोग आराम की जिंदगी जीते हैं और विलासिता का जीवन व्यतीत करना चाहते है. यह एक बच्चे का जैन भिक्षु या नन बनने की दिलचस्प कहानी है. और अगर कोई सूरत में जैन है, तो इसमें अक्सर चमचमाते हीरे के कारोबार से मुंह मोड़ना शामिल होता है. यहां साध्वी प्रज्ञा श्री जैन धार्मिक मान्यताओं के बारे में एक पाठ का अध्ययन कर रही हैं. फोटो: प्रवीण जैन

फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

जुलाई 2023 में यमुना नदी के स्तर में वृद्धि के कारण दिल्ली के कई इलाके में बाढ़ आ गई थी. सामान्य गतिविधियां बाधित हो गईं, कई क्षेत्र अवरुद्ध हो गए और निवासी विस्थापित हो गए. यहां मयूर विहार निवासी अपना सामान ट्रांसफर कर रहे हैं. फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है. इसके 7वें संस्करण का उद्घाटन करने भारत मंडपम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. फोटो: सूरज सिंह बिष्ट.

फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

12 नवंबर को, निर्माणाधीन उत्तरकाशी सुरंग ढह गई, जिसके नीचे 41 मजदूर 17 दिनों तक फंसे रहे. दिप्रिंट के रिपोर्टर और फोटो जर्नलिस्ट मौके पर पहुंचे. यहां सिल्कयारा सुरंग के पास रात का दृश्य है. फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

फोटो: सूरज सिंह बिष्ट

एक इंसान के चेहरे पर बूट की ऑरवेलियन तस्वीर की तुलना में पुलिस की क्रूरता का कोई भी प्रतिनिधित्व नहीं करता है. यहां आम आदमी पार्टी (आप) के एक समर्थक शराब नीति मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. फोटो: सूरज सिंह बिष्ट


यह भी पढ़ें: स्मार्ट क्लासरूम, एआई उपकरण, ई-लाइब्रेरी – ओडिशा सरकार के स्कूलों में उच्च शिक्षा कैसे बेहतर हो रही है


 

share & View comments