कोविड-19 वायरस हमारे जज्बे को भले पस्त कर रहा हो, हमारे टैलेंट को शिकस्त नहीं दे सकता. पाकिस्तान के चार सेक्सी शख्स लॉकडाउन के इन दिनों में हमारी सूनी जिंदगी को गुलज़ार कर रहे हैं. नहीं, उन चार सेक्सी लोगों में हमारे इमरान खान नहीं हैं.
आखिर, पाकिस्तान में टैलेंट की तो कोई कमी है नहीं.
जब भी मैं किसी को यह बात कहते सुनती हूं, मुझे इस पर यकीन भी होता है. इसकी वजह? जरा नज़र घुमाइए, क्या हम सब ताहर शाह के गाने ‘एंजेल’ का सिक्वेल नहीं देख रहे हैं, जो हाल में जारी हुआ है? और उसका नाम ‘फरिश्ता’ के सिवा दूसरा क्या हो सकता था? अब आप इस टैलेंट के साथ इस दावे को भी जोड़ लें कि पाकिस्तान दुनिया का तीसरा सबसे सेक्सी मुल्क है, तो इसके नतीजे सचमुच धमाकेदार होंगे. भला हो ताहर शाह का, मेरी यह बात गलत नहीं लगेगी.
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कोरोना के दौर में आया फरिश्ता
टैलेंट और सेक्सी दिखने के इस जबर्दस्त मेल की मिसाल है वह सनसनीखेज बैंगनी ‘फरिश्ता’ (पर्पल एंजेल) ताहर शाह, जो इन काले दिनों को खुशनुमा बना रहा है, जो इस झूठी दुनिया में बालों से भारी अपनी छाती दिखाते हुए ‘एंजेल’ बनने से शर्माया नहीं. सिर्फ असली मर्द ही पर्पल एंजेल बन सकते हैं. वैसे, पर्पल एंजेल का जो लिबास उन्होंने खुद डिजाइन किया है वह अपने समय से आगे की चीज़ है. यह एंजेल बाद में पाकिस्तानी हुकूमत के लिए विदा लेने का संदेश बन सकता है.
लीक से न हटते हुए हम कहेंगे कि ताहर शाह हमारे बीच आ गए हैं. चार साल तक हमें इंतज़ार कराने के बाद उन्होंने ‘फरिश्ता’ रिलीज़ की है, जो कि इस बार एनिमेशन वाले फॉर्म में है लेकिन ‘एंजेल’ की तरह हर तरह से मजाहिया है और कोरोना को लेकर चिंताओं के बीच हमें हंसाता है.
शाह ने ‘आई-टू-आई’ से शुरुआत की थी, और इसके बाद दुनिया हमारी नज़रों के सामने वही नहीं रह गई. पूरे सफ़ेद और पूरे काले सूट पहने, लहराते बालों के साथ अपनी धुनों पर गाते, गुनगुनाते, नाचते हुए शाह ने हमसे वह सब कहा जो हम नहीं जानते थे—‘जरूरी हैं, सनसनीखेज हैं मेरी आंखें, तुम्हारी आंखें’. उन्होंने ‘अपनी मोहब्बत को सीने में छुपाए रखो, मोहब्बत करो बस आंखों-आंखों से’ गाते हुए हमें कोरोना महामारी और सोशल डिस्टैंसिंग के बारे में आगाह किया.
लेकिन क्या हम इस पर ध्यान दे रहे थे? ज़िंदगी कला की नकल कर रही थी.
‘हैव अ, हैव अ लुक, वन पाउंड फिश’
शाह ने जब मेरी खूबसूरत और आपकी रोमांचक आंखों को खोला नहीं था तो उससे काफी पहले ही दुनिया को फिश एंड मैन का पता चल गया था. लंदन के क्वीन्स मार्केट में एक पाकिस्तानी मछलीमार, सनसनीखेज शाहिद नाज़िर ‘कम ऑन लेडीज, कम ऑन लेडीज, वन पाउंड फिश’ गाकर ग्राहकों को लुभा चुके थे. किसी ने उनकी वीडियो बना डाली और उसे यूट्यूब पर डाल दिया, और नाज़िर इंटरनेट पर रातोरात छा गए थे. यूट्यूब पर करोड़ों दर्शकों को जुटा लेना एक मामूली आदमी के लिए बेहद गैरमामूली कामयाबी थी. लोग उनका गाना गा रहे थे, और वे ‘वन पाउंड फिश मैन’ के नाम से मशहूर हो गए.
यह ‘फिश मैन’ अब रियलिटी शो ‘द एक्स फैक्टर’ में अपना गाना गाने पहुंच गया, वार्नर म्यूजिक कंपनी ने उसे साइन किया. नाज़िर ने माइकल जैक्सन को श्रद्धांजलि पेश करते हुए ‘माइकल जैक्सन वी ऑल लव यू, वी ऑल मिस यू’ गाना गया. नाज़िर ने जब ‘किंग ऑफ पॉप’ के रूप में अपनी प्रस्तुति दी तब जाकर शायद हम यह सोचने पर मजबूर हुए कि माइकल जैक्सन का जाना हमारे लिए क्या मतलब रखता है. नाज़िर जिस तरह माइकल जैक्सन की तरह ‘व्हूयाया…’ चीखे और जिस तरह ‘मूनवाक’ किया उस पर तो माइकल जैक्सन कब्र में करवट बदलने लगे होंगे या पता नहीं, हंस न रहे हों.
उड़ंतू टिकटॉक अंकल
आज जब हम अपनी मर्जी से कहीं जा नहीं सकते, तब टिकटॉक साहब मनमर्जी जहां चाहे वहां उड़कर पहुंच रहे हैं, भले ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, ट्रेनें, बसें, मोटरबाइक और स्कीइंग तक बंद हैं. लेकिन जाम सफदर को कोई नहीं रोक सकता. और सफदर साहब कैसे सफर कर रहे हैं? वे अपनी सेल्फी लेने के लिए किसी भी चलती ट्रेन को रोक सकते हैं, वे ‘धूम मचा ले’ की ताल पर हवाई जहाज के डैनों पर बिना वीज़ा के उड़ रहे हैं. वे आकाश में छोड़ा गया रॉकेट बन जाते हैं, तो कभी हवाई बैलून की टोकरी में नज़र आते हैं. वे पंख लगाकर फरिश्ते की तरह भी उड़ सकते हैं. सफदर नेटफ्लिक्स के ‘लूसिफर’ के टॉम एलिस के देसी अवतार बन सकते हैं.
सैर-सपाटे के अपने शौक के लिए वे जानवरों का भी इस्तेमाल करते हैं. कभी वे बाघ पर सवार दिखते हैं, तो कभी उल्लू की मदद से उड़ते नज़र आते हैं. अगर इतने से मन न भरा हो तो यह जान लीजिए कि अपनी अगली उड़ान के लिए उन्होंने शानदार कालीन की बुकिंग कर ली है. अगर आप वह नहीं कर रहे जो सफदर कर रहे हैं तो आप क्वारंटाइन पर ठीक से अमल नहीं कर रहे हैं.
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‘आक्सक्यूज मी, आप भी?’
वसीम हसन शेख ने तो ‘आक्सक्यूज मी, आप भी?’ से इंकिलाब ही ला दिया है. पाकिस्तान में विज्ञापनों की दुनिया को हमेशा के लिए बदल डालने वाले इस ऐडमैन के लोकल विज्ञापनों के स्क्रिप्ट बेहद तीखे होते हैं और उनमें चमचमाते लिबासों और तेज डांस की छौंक होती है. चाहे आप बिरयानी बेच रहे हों या टैलकम पाउडर, हलीम या पोप्सीक्ल, उनके विज्ञापन डांस के बिना पूरे नहीं होते. ‘किटकैट’ टैलकम पाउडर के विज्ञापन के टैगलाइन ‘आक्सक्यूज मी, आप भी?’ ने उन्हें इंटरनेट पर हरदिल अज़ीज़ बना दिया.
उनके विज्ञापन हंसी से लोटपोट कर देने वाले होते हैं. ‘जॉनी एंड जुगनू’ सामी बर्गर के विज्ञापन में शेख संपेरे के रूप में टोकरे से बर्गर निकालकर खाते नज़र आते है. बर्गर की एक बाइट लेते ही वे पाकिस्तान के बर्गर प्रेमियों की भीड़ के हिस्से बन जाते हैं, उनके कपड़े और उनकी बोली भी बदल जाती है. किसे पता था कि बर्गर का विज्ञापन इस तरह भी बनाया जा सकता है, मगर यह तो शेख का ही कमाल है.
और हलीम को वे शाहरुख खान के ‘मेहंदी लगा के रखना…’ की तर्ज़ पर ‘कोज़ी हलीम यारा, ज़ायका है इसका प्यारा’ गाकर बेचते हैं. आप कहेंगे कि ज़ायका कभी प्यारा नहीं होता, मगर लेकिन उनका डांस तो शाहरुख और काजोल को भी पीछे छोड़ देता है. उनके सभी लोकल ब्रांड जिनके मर्दाना नाम हैं मसलन ‘नवाब’ (बिरयानी), ‘बहादुर’ (किरन्न दुकान), या ‘तलहा’ (फोटोग्राफी), उन सबमें शेख ईर्ष्यालु, काफी हक जताने वाले ब्वायफ्रैंड की भूमिका में दिखते हैं.
लेकिन अंत में सब ठीक हो जाता है जब जोड़ा मिलकर डांस करने लगता है. शेख को लोकल ऐडमेकर मानने की भूल मत कीजिएगा, वे घर बैठे विदेश का काम कर सकते हैं, जैसे उन्होंने आबु धाबी के बोटी स्ट्रीट रेस्तरां का विज्ञापन बनाया, जिसमें वे एक अरब के वेश में ऊंट पर बैठे दिखते हैं. ‘आक्सक्यूज मी, आप भी?’
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(लेखिका पाकिस्तान की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं. उनका ट्विटर हैंडल @nailainayat है. व्यक्त विचार उनके निजी हैं.)