दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सबसे अच्छे भारतीय कार्टून।
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर, और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
द हिन्दू में केशव एक अग्रणी कार्टून में उन मंत्रियों और अधिकारियों पर निशाना साधते हैं जो महिला पत्रकारों का उत्पीड़न करते हैं और संरक्षण देते हैं| ये, तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित द्वारा पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमनियन को, उनके सवाल पूछने के बाद, थपकी देने के बाद आया|
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पूरे भारत के कार्टूनिस्टों को अवसर दे दिया जब उन्होंने दावा किया कि महाभारत के समय में इन्टरनेट उपलब्ध था| सजीथ कुमार संकेत करते हैं कि महाभारत में ‘महाप्रस्थानिक पर्व’ या ‘द बुक ऑफ़ ग्रेट जर्नीस’ वास्तव में नेटवर्क की तलाश के बारे में थी|
प्रवीण तोगड़िया ने पिछले हफ्ते विहिप इंटरनेशनल के कार्यकारी अध्यक्ष के पद को छोड़कर अपनी मांगों, जिसमें अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी शामिल है, के लिए मोदी सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है| आलोक निरंतर ने एक हिंदूवादी नेता के गांधीवादी दांव-पेंच अपनाने पर परिहास किया है|
अरविन्द, अपने कार्टून में मोदी सरकार द्वारा दिल्ली सरकार के सलाहकार के रूप में अतिशी मार्लेना को हटाये जाने के मुद्दे को पकड़ लेते हैं| मार्लेना, जिन्हें ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से उपाधि प्राप्त है और आम आदमी पार्टी शासित राज्य में शिक्षा में सुधार के लिए कार्य कर चुके हैं, की तुलना कई संतों से की गयी जिन्हें मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार ने मंत्रीपदों पर हाल ही में नियुक्त किया था|
न्यूज़ 18 में मीर सुहैल महिला चेहरे का एक मुद्दा पकड़ते हैं: रोजमर्रा की कामुकता| मेट्रो का हवाला देते हुए वह चित्रित करते हैं कि कुछ ऐसा है जो भारत में महिलाओं के दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुका है|