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आज के फीचर्ड कार्टून में, सजिथ कुमार ने इस बात पर कटाक्ष किया है कि कैसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा भारत में विधानसभा चुनावों के साथ मेल खाती है. चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार अपनी सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से निकालने का जिक्र किया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की 2020 में की गई टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कि महामारी ‘भगवान का काम‘ थी, आलोक निरंतर रूसी आक्रमण के बीच यूक्रेन से लौटने वाले भारतीय छात्रों के दर्दनाक अनुभव को दर्शाते हैं, जब भारत सरकार ने उन्हें पड़ोसी देशों तक अपने तरीके से पहुंचने के लिए कहा था, जहां से उन्हें निकाला गया था.
संदीप अध्वर्यु नरेंद्र मोदी सरकार के युद्धग्रस्त यूक्रेन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए बहु-प्रचारित निकासी अभियान पर टिप्पणी करते हैं, और कैसे बेरोजगारी भारतीयों को विदेश जाने के लिए प्रेरित करती है. भारत की बेरोजगारी दर फरवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर 8.1 प्रतिशत पर पहुंच गई.
आर प्रसाद ने यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए रूस से भारत को मदद मांगने की विडंबना पर कटाक्ष किया, जिस पर रूस ने खुद युद्ध की घोषणा की है.
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