दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर्ड कार्टून में संदीप अध्वर्यु केंद्रीय रक्षा मंत्री के उस बयान पर चुटकी ले रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी ने सावरकर को ब्रिटिश सरकार को दया याचिका दायर करने की सलाह दी थी. इस कार्टून के जरिए वो जिन मुद्दों को आम लोग झेल रहे हैं उसको उठा रहे हैं.
आलोक निरंतर रक्षा मंत्री को सलाह दे रहे हैं कि वह इतिहास के बजाय लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर ध्यान दें.
मंजुल भी राजनाथ सिंह भी राजनाथ सिंह पर निशान साध रहे हैं. वह प्रधानमंत्री की उस पुरानी ग़लती का ज़िक्र कर रहे हैं जिसमें उन्होंने गांधी को मोहनदास के बजाए ‘मोहनलाल’ कहा था.
सतीश आचार्य ने फ़िक्रमंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोयले और बिजली संकट को हल करने के उपायों की चर्चा करते हुए दिखाया है.
आर. प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान की आलोचना की है जो उन्होंने नेशनल ह्यूमनराइट्स कमीशन के स्थापना दिवस पर दिया था. उन्होंने कहा था, ‘भारत को उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उठाने की आड़ में देश की छवि को ख़राब करते हैं.’
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