दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के विशेष रूप से प्रदर्शित कार्टून में, आलोक निरंतर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के निलंबन और दिल्ली भाजपा मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल के निष्कासन का जिक्र करते हुए पैगंबर मोहम्मद पर उनकी विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर समाचार चैनलों पर बहस पर कटाक्ष करते हैं. शर्मा ने ऐसी ही एक टीवी डिबेट के दौरान अपनी टिप्पणी की थी, जबकि जिंदल ने सोशल मीडिया पर ऐसी ही भावना व्यक्त की थी.
सतीश आचार्य भी अपने दो प्रवक्ताओं के खिलाफ भाजपा की अनुशासनात्मक कार्रवाइयों का उल्लेख करते हैं, जिनकी टिप्पणी को राजनयिक प्रतिक्रिया के जवाब में सरकार द्वारा ‘फ्रिंज तत्वों‘ के विचारों के रूप में चित्रित किया गया. विपक्षी नेताओं ने इसका उपहास उड़ाया, जिन्होंने दावा किया कि ये विचार भाजपा में मुख्यधारा के थे और ‘फ्रिंज’ नहीं थे.
भाजपा की अनुशासनात्मक कार्रवाइयों पर, मंजुल ने मध्य पूर्वी देशों के साथ संबंध बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनिवार्यता पर टिप्पणी की, जो मांग कर रहे हैं कि सरकार आधिकारिक तौर पर विवादास्पद बयानों की निंदा करे.
पांच कांग्रेसी नेताओं के पंजाब में भाजपा में चले जाने और राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान में इसी तरह के दलबदल के डर के साथ, संदीप अध्वर्यु ने पार्टियों को बदलने के एक कथित लाभ का चित्रण किया है.
ई.पी. उन्नी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर कटाक्ष करते हैं, जिनका यूक्रेन पर युद्ध अब 100 दिनों से अधिक समय से चल रहा है – पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल), और अब, पर्यावरण दिवस (5 जून) बीत चुका है.