दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के विशेष रूप से प्रदर्शित कार्टून में, आलोक निरंतर ने विधानसभा चुनावों में एक और पराजय के बाद कार्यसमिति की बैठक में सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा व्यक्त किए गए सर्वसम्मत विश्वास का मजाक उड़ाया है. निरंतर की कल्पना में, एक डूबते हुए कांग्रेसी नेता के जोरदार विरोध पर, मां-बेटे (सोनिया-राहुल) की जोड़ी पार्टी को नीचे की ओर खींच रही है, इस्तीफा देने की पेशकश करती है.
डेक्कन हेराल्ड में साजिथ कुमार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की ओर इशारा करते हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालना चाहिए, भले ही उनकी भूमिका में खराब प्रदर्शन और उसके बाद उनके नेतृत्व में अनवरत आपदाएं हों. कार्टूनिस्ट सुझाव देते हैं कि यह कदम केवल भाजपा के हाथों में खेलना हो सकता है.
नाला पोनप्पा ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के दौरान भारत के कथित तौर पर रूस समर्थक रुख पर एक विडम्बनापूर्ण नज़र डाली है. भारत उन देशों में शामिल है, जिसने तटस्थता का दावा करते हुए, रूस की खुले तौर पर आलोचना करने से परहेज कर संकट को ट्रिगर करता है.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के ऐतिहासिक रूप से नीचे जाने के बाद, मंजुल ने भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हैं. यह जो कि खाई में गिर गया है, एक ला ऑपरेशन गंगा की तरह जो युद्धग्रस्त यूक्रेन से फंसे भारतीयों को वापस लाया है, की तरह बचाव का सपना देख रहा है.
आर. प्रसाद उस घटना का मज़ाक उड़ाते हैं, जब एक निहत्थे ब्रह्मोस, मिसफ़ायर की गई भारतीय मिसाइल, पाकिस्तानी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. भारत ने इसे ‘तकनीकी खराबी’ के कारण मिसाइल के ‘आकस्मिक’ प्रक्षेपण के रूप में चिह्नित किया. प्रसाद आश्चर्य जताते हैं कि क्या यह अमेरिका के साथ मिसाइल विकसित करने का समय है.