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Friday, 26 April, 2024
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सुप्रीम कोर्ट का आधार पर संतुलित निर्णय और व्यभिचार कानून असंवैधानिक करार

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून

चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.

आलोक निरंतर । ट्विटर

आलोक निरंतर ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के ‘संतुलित’ फैसले पर टिप्पणी की है.सुप्रीम कोर्ट ने आधार और निजता के अधिकार दोनों को बरकरार रखा है.

मंजुल । मिड-डे

आधार फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए मंजुल कहते है कि “सरकार” कि नज़र लोगों पर अब भी है.

संदीप अध्वर्यु । द टाइम्स ऑफ़ इंडिया

उसी तर्ज पर, टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अध्वर्यु आम आदमी को चित्रित करते हैं जो आधार के फैसले के बाद खुद को मुश्किल से ढक पायेगा.

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मनोज कुरील । द इंडिया ऑय

इंडियन आई में, मनोज कुरील ने कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल ही में प्राप्त हुए “विदेशी समर्थन” को हाईलाइट किया है. हाल ही में ,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत की प्रगति के लिए मोदी की प्रशंसा की,जबकि पूर्व पाकिस्तान मंत्री रहमान मलिक ने रफाल डील में भाजपा सरकार का पर्दाफाश करने के लिए राहुल गांधी की प्रशंसा की.

मीका अज़ीज़ । ट्विटर

मीका अज़ीज़ सख़्त व्यभिचार कानून को असंवैधानिक करार दिए जाने का जश्न मनाते हैं, जिसमें पति को अपने पत्नी के प्रेमी पर मुकदमा चलाने का अधिकार दिया गया है . सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कानून के असंवैधानिक करार दिए जाने के बाद कहा, “पति अपनी पत्नी का मालिक नहीं है.”

Read in English : Supreme Court’s balancing act on Aadhaar, and adultery law’s fall

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