दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के विशेष रूप से प्रदर्शित फीचर कार्टून में, अरविंद तेगगिनामथ ने 1977 की फिल्म अमर अकबर एंथनी का आह्वान करते हुए देश में सांप्रदायिक भेदभाव पर टिप्पणी कर रहे हैं.
इरशाद कप्तान ने देश में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों पर हो रहे बवाल पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं.
देश के कई हिस्सों में धारा 144 लागू होने के साथ, मंजुल सरकार पर कटाक्ष करते हैं ‘एक राष्ट्र’ एक धारा 144.
सतीश आचार्य मंगलुरु के एक स्कूल में हुई घटना पर व्यंग्य करते हैं जहां छात्रों ने बाबरी मस्जिद विध्वंस के नाटक का मंचन किया था.
साजिथ कुमार भी मंगलुरु में हुए इस नाटक पर कताक्ष कर रहे हैं.
संदीप अध्वर्यु चीन भारत की ओर देख रहा है. जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था चरमराई हुई दिखाई दे रही है.
हाल ही में नागरिकता अधिनियम का विरोध करने के लिए हजारों छात्रों और कार्यकर्ताओं द्वारा मार्च निकाले जाने के बाद दिल्ली में कई क्षेत्रों को रोक दिया गया है. कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और मेट्रो स्टेशन पूरी तरह से बंद हो गए हैं, जो पूरी तरह से राजधानी शहर को पंगु बना रखा है. अरिंदम मुखर्जी एक मोबाइल नेटवर्क आइकन का उपयोग करते हुए दिल्ली किस तरह से बंद है उसे दिखाने की कोशिश की है.
(लास्ट लाफ्स को अंग्रेजी में पढ़ा जा सकता है यहां क्लिक करें.)