scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमलास्ट लाफनेताजी-जनरल शहनवाज खान की 'जश्न-ए-आजादी' पर बातचीत और रिपब्लिक डे पर एक झांकी के 'होने की अवस्था'

नेताजी-जनरल शहनवाज खान की ‘जश्न-ए-आजादी’ पर बातचीत और रिपब्लिक डे पर एक झांकी के ‘होने की अवस्था’

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सबसे अच्छे कार्टून्स.

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के विशेष रूप से प्रदर्शित कार्टून में, संदीप अध्वर्यु ने स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस और जनरल शाहनवाज खान के बीच एक काल्पनिक बातचीत को दर्शाते हैं, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) में सेवा की थी, वह अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक लौ के साथ मिलाने को लेकर उसके स्थानांतरण और और नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा इंडिया गेट पर बोस की एक भव्य प्रतिमा स्थापित करने का फैसले पर टिप्पणी करते हैं.

Image

आर. प्रसाद ने हाल ही में अमर जवान ज्योति के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक लौ के साथ मिलाने, और प्रतिष्ठित ईसाई भजन ‘एबाइड विद मी’ को बीटिंग रिट्रीट समारोह से हटाकर, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत से बदले जानाे को दर्शाते हैं. जो कि ‘सभी भारतीयों में देशभक्ति की एक मजबूत भावना जगाता है.’

Image

डेक्कन हेराल्ड में साजिथ कुमार प्रधानमंत्री मोदी पर पहले की कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष को लेकर तंज कसते हैं, जब उन्होंने इंडिया गेट पर स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण करने के दौरान कहा कि, ‘स्वतंत्रता के बाद भारत की संस्कृति और मूल्यों के अलावा कई महान लोगों के योगदान को मिटाने के प्रयास किए गए थे’, और कहा कि ‘देश अब अतीत की गलतियों को सुधार रहा है.’

दि इंडियन एक्सप्रेस में ई.पी. उन्नी ने आईसीई-360 सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एक नई झांकी पेश की. एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी थिंक-टैंक, पीपुल्स रिसर्च ऑन इंडियाज कंज्यूमर इकोनॉमी (PRICE) द्वारा भारत की उपभोक्ता अर्थव्यवस्था पर किए गए सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि सबसे गरीब आबादी की आय में गिरावट देखी गई है, जबकि सबसे अमीर लोगों की आय में वृद्धि देखी गई है.

Image

पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आलोक निरंतर भविष्यवाणी करते हैं कि इस साल का बजट किसके अनुकूल हो सकता है.

Image

बीबीसी हिंदी में कीर्तिश भट्ट दो लोगों की एक ‘छोटे राष्ट्र’ की ‘छोटी समस्याओं’ पर चर्चा को चित्रित करते हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के हालिया बयानों की ओर इशारा करता है. कार्टूनिस्ट भारत में सांप्रदायिक नफरत की घटनाओं पर भी कटाक्ष करते हैं, जो अक्सर सुर्खियों में रहती हैं.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments