दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.
गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर गोकुल गोपालाकृष्णन एक आम आदमी को दर्शाते है जोकि अपनी उंगलियां बांध के महात्मा गांधी को जन्मदिन की शुभकामानाएं दे रहा है- इस आशा के साथ की उनकी आगामी जन्म तिथियां असल में दुख नहीं खुशियां लाए.
मिड-डे अखबार में मंजुल बताते है कि बॉलीबुड कैसे गांधी का जन्मदिन मनाता है- सलमान खान के हिट एंड रन केस, संजय दत्त के टाडा मामले और नाना पाटेकर के यौन उत्पीड़न जैसे मामलों में चुप्पी साध कर.
मीका अज़ीज इस बात को सोचने की कोशिश करते है कि गांधी होते तो हाल के लिंचिंग, बलात्कार और हत्याओं के मामले पर कैसी प्रतिक्रिया देते.
टाइम्स ऑफ इंडिया मे संदीप अध्वर्यु नरेंद्र मोदी के बार-बार महात्मा के नाम का गलत उच्चारण करने पर टिप्पणी करते है. मोदी ने गांधी को मोहनदास की बजाय मोहनलाल कह दिया था.
जैककार्टून्स हाल में संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज के पाकिस्तान को आइना दिखाने पर टिप्पणी करते है. उन्होंने कहा था कि भारत ने पाकिस्तान से बातचीत इसलिए तोड़ दी थी क्योंकि पाकिस्तान एक देश के रूप में हत्यारों को हीरो बनाता है.
एप्पल के एक अधिकारी की उत्तर प्रदेश पुलिस के कॉन्सटेबल सुरेंद्र द्वारा कथित हत्या पर टिप्पणी है कि उत्तर प्रदेश पुलिस दिमाग से पहले गोली चलाती है.
इकोनोमिक टाइम्स में, आर प्रसाद ने उत्तप प्रदेश की हत्याओं पर तंज़ कसा है. ब्रजेश पाठक के यूपी पुलिस पर कमेंट पर प्रसाद कहते है कि मफलर को चुप करने के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए- हत्या के पहले, बाद में नहीं.
Read in English : Mahatma Gandhi in ‘New India’, and Sushma Swaraj’s war on Pakistan