दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.
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नवोदय टाइम्स में कार्टूनिस्ट इरफान ने टिप्पणी की है कि अगर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आप नेता अरविंद केजरीवाल की दिल्ली के रामलीला मैदान में खुली बहस के लिए चुनौती को स्वीकार करते हैं तो यह उनके लिए विनाशकारी साबित हो सकता है,क्योंकि रामलीला मैदान अरविन्द केजरीवाल के लिए घरेलू मैदान है.
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द टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अध्वर्यु दर्शाते है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी को चोर बोलकर लड़ाई को आगे बढ़ा दिया है. उन्होंने रफाल सौदे पर भी भाजपा को घेरा, लेकिन कार्टूनिस्ट ने हिदायत दी उनको कांग्रेस के ढ़हते किले को बचाना चाहिए.
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इकोनॉमिक टाइम्स में आर.प्रसाद ने अप्रैल से दिसंबर 2017 के बीच विभिन्न कारणों के चलते जेएनयू छात्रों से प्रशासन के द्वारा जुर्माना वसूलने पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की है.
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सिफ़ी में सतीश आचार्य ने मोदी की मेगा हेल्थकेयर योजना आयुष्मान भारत पर तंज करते हैं, जिसे उन्होंने रफाल विवाद , पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ,और रुपये के गिरते मूल्य जैसे मुद्दों के बीच शुरू किया है.
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कार्टूनिस्ट साजिथ कुमार कहते है कि ,’मोदीकेयर’ कुछ नहीं है.ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी, रोजगार, ग्रामीण संकट जैसे मुद्दों से लोगों लोगों का ध्यान हटाने के लिए एक चाल है.
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इंडियन एक्सप्रेस में मीका अज़ीज़ ने टिप्पणी की है कि आयुष्मान भारत योजना आम आदमी के लिए “प्यारे वादे” जैसी है. सरकार पहले से ही पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि ,रोजगार संकट जैसे मुद्दों के बोझ से दबी हुई है.
Read in English : Kejriwal challenges Amit Shah for open debate and Modicare offers a ‘sweet’ promise to people