दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं.जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में, मीका अज़ीज़ मणिपुर में हाल ही में मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग के खिलाफ चल रही हिंसा पर अपना विचार रखा है.जो दर्शाता है कि कैसे सरकार मणिपुर की स्थिति की अनदेखी कर रही है और कर्नाटक चुनाव अभियानों में डूबी हुई है.
मंजुल जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करते हैं, जिसमें उन्होंने कछुआ और खरगोश की स्टोरी के साथ इसे दिखाने की कोशिश की है कि और बताया है कि कैसे अगर धीरे धीरे चले तो हम मैच हम जीत ही जाएंगे. जो दिखाता है कि कैसे जलवायु परिवर्तन ने इसे रोकने के लिए किए गए कार्यों की तुलना में तीव्र गति ले ली है.
कार्टूनिस्ट आलोक मध्य प्रदेश में फिल्म “द केरला स्टोरी” को टैक्स फ्री किए जाने और देश के विभिन्न हिस्सों में अधिकारियों द्वारा फिल्म का समर्थन करने पर कटाक्ष करते हैं. यहां, उन्होंने संकेत दिया कि मणिपुर की हिंसा पर किसी का ध्यान नहीं गया.
सतीश आचार्य ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा की गई “40% सरकार” टिप्पणी की ओर इशारा किया – ‘40% कमीशन शुल्क’ को लेकर भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली कर्नाटक सरकार पर हमला है.