scorecardresearch
Tuesday, 5 November, 2024
होमलास्ट लाफयोगी के 80-20 के बयान में '20' को कैसे पहचानें और राजनीतिक व्यर्थ के लिए लड़ाई

योगी के 80-20 के बयान में ’20’ को कैसे पहचानें और राजनीतिक व्यर्थ के लिए लड़ाई

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सबसे अच्छे कार्टून्स.

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फीचर कार्टून में संदीप अध्वर्यु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान की आलोचना कर रहे हैं जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनावों को ’80 बनाम 20 की लड़ाई’ बताया है. इसे विपक्ष के नेताओं ने ध्रुवीकरण करने की कोशिश बताते हुए राज्य में हिंदुओं और मुसलमानों को बांटने का नारा करार दिया है.

Image
सतीश आचार्य | Twitter/@satishacharya

सतीश आचार्य डिजिटल स्पेस में अपशब्दों का जिक्र कर रहे हैं. वो बता रहे हैं ​​​​कि चुनाव आयोग ने भारत में बढ़ते कोविड मामलों की वजह से 15 जनवरी तक शारीरिक रैलियों पर पाबंदी लगा दी जिसके बाद राजनीतिक दल भी विधानसभा चुनावों के लिए ऑनलाइन प्रचार करना शुरू करेंगे.

Image
आर प्रसाद | Economic Times

दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने हरिद्वार में ‘धर्म संसद’ में मुस्लिम विरोधी भाषण की जांच की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है इसीलिए आर प्रसाद ने जजों के लिए एक सलाह दी है.

Image
कीर्तिश भट्ट | BBC News Hindi

सुप्रीम कोर्ट के हरिद्वार में नफरत भरे भाषणों के मामले से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई के लिए राजी होने के बाद कीर्तिश भट्ट तंज कर रहे हैं कि क्या ‘धर्म संसद’ (पूरी तरह से धार्मिक संसद) की तरह, जल्द ही धार्मिक अदालतों का गठन किया जाएगा.

Image
साजिथ कुमार | Deccan Herald

साजिथ कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के साथ चुनाव से पहले समझौते को रद्द करने और क्षेत्रीय दलों को प्राथमिकता देने के फैसले की आलोचना कर रहे हैं.

Image
नाला पोनप्पा | Twitter/@PonnappaCartoon

नाला पोनप्पा टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच के विवाद का जिक्र कर रहे हैं. सर्बिया के खिलाड़ी कोविड टीका लिए बिना ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश करने के बाद – वो वैक्सीन विरोधी हैं और टेनिस ऑस्ट्रेलिया से मेडिकल छूट का हवाला देते हुए – उसका वीजा रद्द कर दिया गया था और कड़े कोविड प्रतिबंधों की वजह से उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. हालांकि बाद में अदालत ने वीजा बहाल कर दिया और उन्हें सोमवार को रिहा कर दिया.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments