दिप्रिंट पर संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून
2020 के अंत में दिप्रिंट आपके लिए साल भर के सबसे बेहतरीन राजनीतिक कार्टून्स लेकर आया है
आज के फीचर कार्टून में आलोक निरंतर वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन को दर्शा रहे हैं और इसकी 2011 के अन्ना आंदोलन से तुलना कर रहे हैं.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में आरोपी रिया चक्रवर्ती के साथ मीडिया ट्रायल का चित्रण कर रहे हैं मीर सुहैल. ये 2020 की सबसे दर्दनाक कहानियों में से एक है.
भारत में कोविड के आने से पहले, आलोक निरंतर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने देश की खराब आर्थिक स्थिति से लोगों का ध्यान विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों पर हमले कर भटकाया.
बिहार चुनाव के मद्देनज़र युवाओं को लुभाने के लिए भाजपा के 19 लाख रोजगार देने के वादे को चित्रित कर रहे हैं संदीप अध्वर्यू.
मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद देश में बड़ी संख्या का पलायन हुआ. आर प्रसाद इसी बीच घरेलू उड़ानों के शुरू होने को दर्शा रहे हैं.
बंगाल चुनाव पर आलोक निरंतर का दर्शाया हुआ कार्टून जहां भाजपा और टीएमसी एक दूसरे से भिड़े हुए हैं.
2020 की एक और बड़ी घटना में भारत-चीन के बीच लद्दाख में चल रहा गतिरोध शामिल है. आलोक निरंतर अपने कार्टून में उस ओर इशारा कर रहे हैं, जब पीएम मोदी ने कहा था कि भारतीय क्षेत्र में चीन नहीं घुसा है.
राहुल गांधी की राजनीति के ‘कर्व को फ्लैट’ न कर पाने की असफलता पर संदीप अध्वर्यू भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
कोरोना महामारी में कई लोगों की नौकरियां गईं और मीडिया इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. मीडिया में छंटनी और सैलरी में कटौती को नाला पोन्नप्पा चित्रित कर रहे हैं.
प्रशांत भूषण पर अदालत की अवमानना का मामला भी इस साल सुर्खियों में रहा. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने भूषण पर एक रूपए का जुर्माना लगाया. इस मामले पर सतीश आचार्य का कार्टून.
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