दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के फीचर कार्टून में मंजुल हाल में हुए पालघर लिंचिंग को दर्शाते हैं, जहां पर भीड़ द्वारा दो साधुओं को पीट कर मार डाला गया था और कहते हैं कि जघन्य अपराध को साम्प्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए.
मीर सुहैल कहते है अर्थ डे का कांसेप्ट मज़ाक है.
इरशाद कप्तान यूपी और बिहार के प्रवासियों को मुंबई से बाहर निकालने के शिवसेना के एजेंडे को दर्शाते हैं.
हैंड सैनिटाइज़र बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में चावल है. सतीश आचार्य आश्चर्य करते हैं कि हम गरीबों की थाली में क्या डाल सकते हैं.
संदीप अध्वर्यु ने द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया में साम्प्रदायिकता पर टिप्पणी की है, जो पालघर की घटना से हुई है.
आर प्रसाद केरल सरकार द्वारा लॉकडाउन नियमों में ढील देने और आर्थिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए गृह मंत्रालय के फैसले पर तंज करते हैं. केरल सरकार ने राज्य में नए कोरोना मामलों में गिरावट के बाद ढील दे दिया था.
नवंबर 2019 में भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राज्यपाल के साथ सुबह की बैठक के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी. इस घटना को चित्रित करते हुए आलोक निरंतर ने कहा कि शायद राज्यपाल के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना विधान परिषद नामांकन प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
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