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Thursday, 25 April, 2024
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योगी आदित्यनाथ की शैली में ‘आजादी’ का जश्न और लखीमपुर खीरी हिंसा

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने दिन के सबसे अच्छे कार्टून 

आज के चित्रित कार्टून में, मंजुल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार पर दो दिनों से अधिक समय तक लखीमपुर खीरी में विपक्षी राजनेताओं के प्रवेश को रोकने पर टिप्पणी की है.

आलोक निरंतर | ट्विटर/@caricatured

आलोक निरंतर ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर में यूपी प्रशासन द्वारा हिरासत में लिए जाने और उससे मिलने वाले राजनीतिक लाभ को दर्शाते हैं.

 

आर प्रसाद | इकोनॉमिक टाइम्स

आर. प्रसाद ने दिल्ली-एनसीआर सीमा पर सड़क बैरकेडिंग को हटाने के लिए 43 किसान संगठनों को नोटिस जारी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट पर कटाक्ष किया और लखीमपुर खीरी में कथित तौर पर किसानों को कुचलने वाली एसयूवी को दर्शाया है.

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संदीप अध्वर्यु | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया

संदीप अध्वर्यु केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस दावे को दर्शाते हैं कि उनके बेटे आशीष मिश्रा रविवार को लखीमपुर खीरी संघर्ष में किसानों का विरोध करने वाली कार में नहीं थे और इस स्थिति की तुलना ईंधन की बढ़ती कीमतों ने कैसे आम आदमी को प्रभावित किया है.

साजिथ कुमार | डेक्कन हेराल्ड

साजिथ कुमार चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार का उल्लेख करते हैं, जिसे तापमान और स्पर्श पर शोध के लिए दिया गया था, और दर्शाते हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार लखीमपुर खीरी हिंसा पीड़ितों को सहानुभूति देने में विफल रही है.

(इन कार्टून्स को अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

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