दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
न्यूज़ 18 के लिए मीर सुहेल द्वारा मुख्य कार्टून में पर्यावरण प्रदूषण और मानव जीवन पर इसके घातक प्रभावों पर एक टिप्पणी की है । इस विश्व पर्यावरण दिवस पर कार्टूनिस्ट चेतावनी देते है कि मानव जाति धीरे-धीरे प्रलय की आगे बढ़ रही है।
साजिथ कुमार ने दर्शाया है कि प्लास्टिक के अंधाधुंध उपयोग ने पर्यावरण को खतरा पहुंचाया है । 80 किलोग्राम प्लास्टिक निगलने के कारण व्हेल की मृत्यु हो गयी और 3 जून को थाईलैंड के समुद्र तट पर व्हेल का शव मिला।
कार्टूनिस्ट अवंथा आर्टिगाला इस बात पर हंसते हैं कि कैसे भारतीय राजनेता हमेशा आलोचकों पर हमला करते हैं और असली मुद्दों को संबोधित करने के बजाय सोशल मीडिया को दोषी ठहराते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अध्वर्यु इस बात पर तंज करते हैं कि कैसे राजनेता किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर वोट बैंक की राजनीति खेलना जारी रखते हैं।
द हिंदू में केशव एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते है की कैसे आरबीआई ने उच्च मूल्यवर्ग के मुद्रा सिक्कों को जारी किया, जब कि सरकार ने अचानक ईंधन की कीमत में केवल एक पैसे की कटौती की घोषणा की, जिससे विभिन्न तिमाहियों को भारी झटका लगा।
Read in English : Last Laughs: An impending environmental doom and politicians chasing wrong problems