दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के अपने प्रकाशित कार्टून में, मंजुल ने चित्रित किया है कि भले ही पुलिस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा कर रही है बावजूद इसके नागरिकता संशोधन कानून का मुद्दा नए साल में जारी रहेगा.
मीका अजीज ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा 1905 में बंगाल के विभाजन का आदेश देने वाले ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड कर्ज़न को ‘प्रतिष्ठित’ कहे जाने के बाद पैदा हुए हंगामे को दिखाने की कोशिश की है.
सतीश आचार्य 2019 को काफी विनाशकारी साल के रूप में दिखाते हैं.
साजिथ कुमार ने नवंबर में नाटकीय चाल के बाद, एनसीपी के अजीत पवार पर तंज कसा है, जिन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में वापसी की है.
संदीप अधर्व्यु ने भारत और इसके संवैधानिक मूल्यों के लिए एक सख्त 2020 की भविष्यवाणी की है, खासकर नागरिकता संशोधन कानून के बाद.
आलोक निरंतर ने एक अशांत 2019 की विदाई को लेकर खासतौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बोली लगाने को दर्शाते हैं.
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