scorecardresearch
Wednesday, 20 November, 2024
होमलास्ट लाफकुछ के लिए है 'अमृत काल' और इस बार अन्ना हजारे पर कोई ध्यान क्यों नहीं दे रहा है?

कुछ के लिए है ‘अमृत काल’ और इस बार अन्ना हजारे पर कोई ध्यान क्यों नहीं दे रहा है?

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सबसे अच्छे कार्टून्स.

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फीचर कार्टून में, साजिथ कुमार केंद्रीय बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान का जिक्र करते हुए कर्नाटक में कई शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम छात्रों के हिजाब पहनने पर रोक लगाने पर चल रहे विवाद पर तंज कस रहे हैं वो कह रहे हैं कि ‘हमने अमृत काल में प्रवेश कर लिया है जो एक स्वर्ण युग के बराबर है.

मंजुल | News9

मंजुल हिजाब विवाद को देखते हुए भारत में बढ़ती सांप्रदायिकता पर टिप्पणी कर रहे हैं. इस विवाद के दौरान हिंदू प्रदर्शनकारियों ने हिजाब पहनने वाली मुस्लिम छात्राओं का विरोध भगवा स्कार्फ पहन कर किया.

ई.पी. उन्नी | The Indian Express

हिजाब विवाद की ओर इशारा करते हुए ई.पी. उन्नी ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी केंद्रीय मीडिया प्रत्यायन दिशानिर्देश, 2022 पर कटाक्ष किया है. नई नीति में सुरक्षा और ‘सार्वजनिक व्यवस्था, शालीनता या नैतिकता’ जैसे 10 मानदंडों की लिस्ट बनाई गई है जिसके तहत पत्रकारों को प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) से अयोग्य घोषित किया जा सकता है और आधिकारिक कार्यों और सरकारी ऑफिस में प्रवेश बैन किया जा सकता है.

आर प्रसाद | Economic Times

आर प्रसाद इतिहास को फिर से लिखने की कोशिशों पर तंज कस रहे हैं और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की नई वाइस चांसलर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित से जोड़कर देख रहे हैं. गौरतलब है कि उनके नाम से बने एक ट्विटर हैंडल ने पहले जेएनयू के छात्रों, किसान नेताओं और विपक्ष को बीजेपी का समर्थन करते हुए और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का हवाला देते हुए फटकार लगाई थी. इसे लेकर काफी विवाद हो गया था जिसके बाद ट्विटर से अकाउंट को हटा दिया गया.

संदीप अध्वर्यु | The Times of India

संदीप अध्वर्यु ने सरदार वल्लभभाई पटेल को चित्रित किया है – जिन्होंने भारतीय संघ में रियासतों के एकीकरण का नेतृत्व किया था. अध्वर्यु दिखा रहे हैं कि वो स्वर्ग में आज के भारत में ‘उदासीनता और इनकार’ को देख रहे हैं.

कीर्तिश भट्ट | BBC News Hindi

कीर्तिश भट्ट अन्ना हजारे की आमरण अनशन की चेतावनी को मीडिया कवरेज की कमी की ओर इशारा कर रहे हैं. 14 फरवरी से, सामाजिक कार्यकर्ता महाराष्ट्र सरकार के सुपरमार्केट में शराब की बिक्री की अनुमति देने के फैसले का विरोध करेंगे.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments