दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के फीचर्ड कार्टून में, आर प्रसाद ने संसद में सांसदों द्वारा धार्मिक नारेबाजी के बीच भारत के राष्ट्रीय आदर्श वाक्य, ‘सत्यमेव जयते'(सत्य की जीत होती है) प्रतिस्पर्धात्मक नारेबाजी पर जोर दिया.
गोपाल शुन्य ने संसद सदस्यों को शपथ ग्रहण के दौरान धार्मिक नारे लगाने के लिए कटाक्ष किया, क्योंकि बिहार के घरों में इंसेफेलाइटिस के प्रकोप में 100 से अधिक बच्चों की दर्दनाक मौत पर शोक व्यक्त किया.
आलोक निरंतर ने जेपी नड्डा की नियुक्ति को भाजपा के नए अध्यक्ष और पूर्व प्रमुख अमित शाह के-‘राइट-हैंड मैन’ के रूप में दर्शाया है. अमित शाह अब मोदी सरकार में बतौर गृह मंत्री बनकर काम कर रहे हैं.
मंजुल अपने कार्टून के माध्यम से ओम बिड़ला के लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के बारे में व्यंग करने के साथ ही भाजपा की हिंदुत्व की राजनीति पर भी सवाल उठाते हुए.
नाला पोनप्पा ने ‘लाइलाज’ राष्ट्रवाद पर कटाक्ष किया है, जो भारतीय राजनीति में आजकल रिस रहा है.
इंसेफेलाइटिस के कारण बिहार में 100 से अधिक बच्चों की मौत के साथ, संदीप अध्वर्यु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के दूरगामी वादों पर कटाक्ष करते हैं. जिन्होंने संकटग्रस्त मुजफ्फरपुर के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र की घोषणा की थी.
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