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Sunday, 3 November, 2024
होमलास्ट लाफलास्ट लाफ: स्मृति ईरानी की झूठी प्रधानता, नकली समाचारों का कारखाना, और ममता बनर्जी की दुविधा

लास्ट लाफ: स्मृति ईरानी की झूठी प्रधानता, नकली समाचारों का कारखाना, और ममता बनर्जी की दुविधा

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सबसे अच्छे भारतीय कार्टून।

चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर, और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के परिपत्र द्वारा ‘नकली समाचार’ प्रकाशित करने पर पत्रकारों की मान्यता रद्द करने की दी गई धमकी आज के कार्टून का प्रमुख विषय थी।

पीएमओ की दखल के बाद प्रपत्र वापस ले लिया गया है, लेकिन कई लोगों ने इसे चुनाव से पहले प्रेस पर लगाई हुई एक नकेल के रूप में देख रहे हैं।

संजीथ कुमार के द्वारा तैयार किए गए प्रमुख कार्टून में भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रैंकिंग में कमी दिखायी गई है। मजेदार बात यह है कि स्मृती इरानी के इस आदेश के लागू होने के बाद इस रैंकिंग में कोई बढ़ोत्तरी होने की संभावना नहीं है।

मिड-डे में मंजूल ने भाजपा के आईटी सेल पर मजाक उडाया, जिस पर खुद सोशल मीडिया पर अक्सर फेक न्यूजें फैलाने का आरोप है। कार्टूनिस्ट हेमंत मोरपारिया बताते हैं कि नकली खबरों को लेकर भी फेक न्यूजें फैलाने में बहुत समय नहीं लगता।

मंसूर नकवी ने प्रधानमंत्री की असमर्थता को इस्पष्ट किया जिसमें वो उन्ही को नहीं सुन पा रहे जिन्होंने उन्हें वोट दिया। नकवी ने इस मुद्दे की तुलना हाल ही में लॉन्च हुए उपग्रह जीएसएटी -6 ए से की जिसका संपर्क भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो से की जिससे उसका संपर्क खो गया था।

सुरेन्द्र अपने अखबार हिंदू में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दुविधा का बखान करते हैं जहाँ एक तरफ, वह भाजपा को हराने के लिए एक मजबूत विपक्ष बनाना चाहती हैं, वहीं दूसरी तरफ वह अभी भी कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने के बारे में अनिश्चित है।

मंसूर नकवी
मंजूल
हेमंत मोरपारिया
सुरेन्द्र
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