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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशएंकर की गिरफ्तारी पर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा, छत्तीसगढ़ पुलिस पकड़ने पहुंची, गाजियाबाद वाली ने रोका, नोएडा पुलिस पकड़ ले गई

एंकर की गिरफ्तारी पर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा, छत्तीसगढ़ पुलिस पकड़ने पहुंची, गाजियाबाद वाली ने रोका, नोएडा पुलिस पकड़ ले गई

छत्तीसगढ़ पुलिस मंगलवार तड़के एंकर रोहित रंजन के गाजियाबाद स्थित घर पर उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, लेकिन पत्रकार द्वारा स्थानीय अधिकारियों को ट्वीट किए जाने के बाद यूपी पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस को पछाड़ दिया और उसे अपने साथ पकड़ कर ले गई.

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नई दिल्ली: मंगलवार तड़के एक टेलीविजन एंकर के घर पर जमकर ड्रामा हुआ, जहां दो राज्यों की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए हाथापाई तक की.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक भ्रामक वीडियो चलाने के लिए, रायपुर की एक अदालत के वारंट के बाद – छत्तीसगढ़ पुलिस ज़ी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के घर पर सुबह लगभग 5.30 बजे उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंची.

जब छत्तीसगढ़ पुलिस उनके दरवाजे पर थी, रंजन ने अपने स्थानीय उत्तर प्रदेश (यूपी) अधिकारियों को ट्वीट किया: ‘छत्तीसगढ़ पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना मुझे गिरफ्तार करने के लिए मेरे घर के बाहर खड़ी है, क्या यह कानूनी है.’

रंजन ने यूपी पुलिस और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग किया.

रायपुर पुलिस ने जवाब दिया: ‘सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है. फिर भी, अब उन्हें सूचित किया जा रहा है. पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है. आपको सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव अदालत में करना चाहिए.

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रंजन के ट्वीट के बाद, गाजियाबाद और नोएडा पुलिस दोनों शामिल हो गए और उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया गया.

घटना के बारे में दिप्रिंट से बात करते हुए रायपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस रायपुर कोर्ट के आदेश का पालन कर रही थी.

उन्होंने कहा: ‘हालांकि, यूपी पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसे किसी ऐसी जगह ले गई जिसके बारे में हमें जानकारी नहीं है.’

यह मामला राहुल गांधी के एक छेड़छाड़ वाले वीडियो को चलाने से जुड़ा है, जिसमें छात्र संघ द्वारा वायनाड कार्यालय में तोड़फोड़ करने के बाद नेता की प्रतिक्रिया को उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों पर टिप्पणी के रूप में चलाया था.

रंजन ने इस वीडियो को न्यूज चैनल पर चलाने को लेकर माफी मांघी थी. उन्होंने इसे ‘मानवीय भूल’ बताते हुए 2 जुलाई को ट्वीट किया था और माफी मांगी थी. उन्होंने लिखा था, ‘कल हमारे शो डीएनए में, राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़कर गलत तरीके से दिखाया गया, यह एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम और हम इसके लिए क्षमाप्रार्थी हैं.’

अगले दिन, हालांकि, रंजन के खिलाफ दुश्मनी को बढ़ावा देने, धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण प्रयास, शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान, और दूसरों के बीच आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एफआईआर तक दर्ज की गई.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर ऐसा किया गया है.

रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने मंगलवार को कहा, ‘उक्त मामले की जांच और गाजियाबाद में रहने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया था.’

अधिकारी ने कहा कि उचित प्रक्रिया के बाद, टीम मंगलवार सुबह गाजियाबाद स्थित रंजन के घर पहुंची और अदालत द्वारा जारी वारंट की तामील की. उन्होंने आगे कहा, “गिरफ्तारी की प्रक्रिया हो रही थी … (जब) स्थानीय पुलिस ने आरोपी को अपने साथ ले गए और गिरफ्तारी की प्रक्रिया में बाधा डाली, हालांकि छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें वारंट की कॉपी दिखाई थी.’

समाचार चैनलों पर वीडियो जल्द ही सामने आने लगा जिसमें, नोएडा पुलिस रंजन को सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन ले जाती हुई दिखाई दे रही है. सूत्रों ने कहा कि यह इसी मुद्दे पर नोएडा में दर्ज एक मामले को लेकर ले जाया गया.

नोएडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘एक टीम रंजन के घर गई और उनसे (शो के) निर्माताओं के खिलाफ ज़ी न्यूज़ की एक शिकायत पर दर्ज एक मामले में पूछताछ की. न्यूज चैनल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के छेड़-छाड़ वाले फर्जी वीडियो के लिए अपने कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की.’

अधिकारी ने कहा, ‘चूंकि रंजन शो के एंकर हैं, इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया गया. छत्तीसगढ़ पुलिस भी आई थी लेकिन हमारी टीम ने पहले ही रंजन को हिरासत में ले लिया था.’

यूपी में आईपीसी की धारा 505 (उकसाने के इरादे से दिया गया बयान) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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