मुंबई: कोरोनावायरस के फैलाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ रही चिंताओं और वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली और य़स बैंक में हुई क्राइसिस के बाद घरेलू शेयर बाजारों में भी शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई. जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया 65 पैसे टूटकर 73.99 पर खुला. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से वैश्विक शेयर बाजार नुकसान में चल रहे हैं. इसके अलावा रिजर्व बैंक द्वारा यस बैंक पर रोक लगाने और उसके निदेशक मंडल को भंग करने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई है.
आरबीआई द्वारा बैंक पर 50 हजार महीने की निकासी के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है. यस बैंक का शेयर भी 27.65 रुपये से गिरकर यह 24.97 फीसदी पर पहुंच गया है.
घरेलू शेयर बाजारों की धीमी शुरुआत और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लगातार निकासी से भी रुपये पर दबाव है.
बीएसई सेंसेक्स की शुरुआत 1459.52 अंक की भारी गिरावट के साथ हुई. सुबह सवा दस बजे इसमें 1,131.54 अंक यानी 2.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,339.07 अंक पर कारोबार हो रहा है. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 300 अंक से ज्यादा गिरकर खुला. सुबह सवा दस बजे इसमें 342.45 अंक यानी 3.04 प्रतिशत गिरावट के साथ 10,926.55 अंक पर कारोबार हो रहा है.
बृहस्पतिवार को 30 कंपनियों का सूचकांक सेंसेक्स 38,470.61 अंक पर और 50 कंपनियों का सूचकांक निफ्टी 11,269 अंक पर बंद हुआ था जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे टूटकर 73.33 पर बंद हुआ था.
आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों से 2,476.75 करोड़ रुपये की निकासी की. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में भी 1.06 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है.
ब्रोकरों के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली का दौर देखा गया. वहीं यस बैंक पर रिजर्व बैंक द्वारा लगाई गई लगाम के बाद इसका असर घरेलू शेयर बाजारों पर सीधा पड़ा है.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लगातार निकासी और रुपये के डॉलर के मुकाबले कमजोर पड़ने का असर भी निवेशकों की धारणा पर पड़ा है. शेयर बाजारों में उथल-पुथल के बीच निवेशक सुरक्षित विकल्प की तलाश में सोने एवं अन्य बहुमूल्य धातुओं का रुख कर रहे हैं.
आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों से 2,476.75 करोड़ रुपये की निकासी की. हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,510.89 करोड़ रुपये की लिवाली की.
विदेशी बाजार में गिरावट
शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो के शेयर बाजारों में तीन प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी है. अमेरिका में भी बृहस्पतिवार को बाजार तीन प्रतिशत तक गिरकर बंद हुए.
वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 1.04 प्रतिशत घटकर 49.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है.
रिजर्व बैंक के येस बैंक पर रोक लगाने और निदेशक मंडल को भंग कर देने का असर भी बाजार पर पड़ा है. येस बैंक का शेयर सुबह के कारोबार में 25 प्रतिशत गिर गया. वहीं भारतीय स्टेट बैंक का शेयर भी छह प्रतिशत गिरा है.
इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी कंपनियों के शेयर में भी शुरुआती कारोबार में नकारात्मक रुख देखा गया है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)