नई दिल्ली: ऊर्जा पैदा करने की क्षमता बढ़ाने और बिजली के संकट का समाधान करने के मद्देनज़र मध्य प्रदेश के खंडवा में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बनने जा रहा है जो कि 2022-23 तक 600 मेगावाट बिजली पैदा करेगी. बुधवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.
इसे दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट कहा जा रहा है जिसकी लागत 3 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा अनुमानित है.
अक्षय ऊर्जा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी संजय दुबे ने कहा, ‘ओंकारेश्वर बांध नर्मदा नदी पर बना हुआ है. यह हमारा हाइडल प्रोजेक्ट है और यहां हम पानी से ऊर्जा पैदा करते हैं लेकिन ये करीब 100 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है.’
दुबे ने कहा किइस क्षेत्र में पानी के स्तर में होने वाला बदलाव बहुत कम है इसलिए यह उचित स्थान है.
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास 300 मेगावाट का पीपीए है. इसलिए शुरुआत में हम 300 की बजाए 200 मेगावाट के पीपीए पर पहले चरण में काम कर रहे हैं.’
दुबे ने यह भी बताया कि नए फ्लोटिंग सोलर प्लांट के साथ खंडवा मध्य प्रदेश का पहला जिला बन जाएगा जहां थर्मल पावर स्टेशन, हाइडल और सोलर पावर होगा.
उन्होंने कहा, ‘अगले चरण में हम 300 मेगावाट के टेंडर निकालेंगे. यह दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट है. खंडवा मध्य प्रदेश का पहला राज्य होगा जहां 4 हजार मेगावाट पावर का सोलर, हाइडल और थर्मल स्टेशन होगा.’
यह भी पढ़ें: फौजी जनरलों ने बदनाम अरबपति के पैसे से कैसे ‘मिस्टर क्लीन’ इमरान खान का जलवा बनाया