भोपाल: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में मंगलवार को महत्वाकांक्षी चीता पुनरुत्पादन कार्यक्रम के तहत कुनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में चीतों के आगमन की दूसरी वर्षगांठ मनाने के लिए वन्यजीव अस्पताल का उद्घाटन किया गया.
राज्य के वन मंत्री रामनिवास रावत ने पालपुर क्षेत्र में चीतों के लिए 2.29 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अस्पताल का उद्घाटन किया.
मंत्री ने सेसैपुरा गांव में आयोजित समारोह में दावा किया कि पिछले दो वर्षों में भारतीय धरती पर 12 चीता शावकों का जन्म होना इस परियोजना की सफलता की गवाही देता है.
हालांकि, इस परियोजना को कुछ असफलताओं का भी सामना करना पड़ा क्योंकि इसी अवधि के दौरान आठ वयस्क चीते और पांच शावकों की मौत हो गई. सभी जीवित चीते फिलहाल बाड़ों में हैं.
भारत सरकार का देश में चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर, 2022 को अपने जन्मदिन पर नामीबिया से आयातित पांच मादा और तीन नर सहित आठ चीतों को केएनपी के बाड़ों में छोड़ा था.
अधिकारियों ने बताया कि नवनिर्मित अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर, डिजिटल माइक्रोस्कोप और सोनोग्राफी उपकरण सहित अन्य सुविधाएं हैं.
मंत्री रावत ने समारोह में कहा कि इस परियोजना ने श्योपुर जिले को वैश्विक पहचान दिलाई है और उन्होंने इसकी सफलता का श्रेय केएनपी कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को दिया.
रावत ने परियोजना की वार्षिक रिपोर्ट और चीतों पर एक वृत्तचित्र भी जारी किया. प्रधान मुख्य वन संरक्षक वीएन अंबाडे ने बताया कि केएनपी का क्षेत्र पहले के 1,235 वर्ग किलोमीटर से बढ़ाकर 1,777 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया है.