नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने सोमवार को राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे चीन से खरीदे गए रैपिड एंटीबॉडी कोविड-19 परीक्षण किट का उपयोग करना बंद करें क्योंकि परिणाम में बहुत फर्क आ रहा है.
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को एक सूचना की गई है, जिसमें दो चीनी फर्मों- गुआंगझो वोंड्फो बायोटेक और ज़ूहाई लिव्जों डायग्नोस्टिक से खरीदी गई रैपिड एंटीबॉडी किट का इस्तेमाल पर रोक लगा दी गयी है.
आईसीएमआर ने कहा कि उसने इन दो फर्मों से खरीदी गई टेस्ट किट्स का मूल्यांकन किया और परिणाम में ‘व्यापक विविधता’ नज़र आई.
‘यह देखते हुए, राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे उपर्युक्त कंपनियों से खरीदे गए इन किटों का उपयोग बंद कर दें और उन सप्लायर को वापस भेजा जाए’.
साथ ही आइसीएमार ने आरटी-पीसीआर यानि गले / नाक स्वाब टेस्ट को सही ठहराते हुए कहा कि यह वायरस का जल्द पता लगाता है.
इस से पहले 22 अप्रैल को आईसीएमआर ने एक अधिसूचना जारी कर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कहा था कि जब तक चीनी रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट की गुणवत्ता की जांच नहीं हो जाती, दो दिनों के लिए उस का उपयोग बंद कर दिया जाए.
कई राज्यों ने इन परीक्षण किटों के निष्प्रभावी होने की शिकायत की थी. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने पिछले सप्ताह कहा था कि किट ने 90 प्रतिशत सटीकता की बजाय केवल 5.4 प्रतिशत सटीक परिणाम दिए हैं.
भारत ने दो हफ्ते पहले चीन से 5 लाख रैपिड एंटीबॉडी किट खरीदी थीं.
विवादों के घेरे में
ऐसा भी कहा जा रहा है कि रैपिड एंटीबॉडी किट्स को कथित तौर पर भारत में ज्यादा कीमत पर बेचा गया था.
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, परीक्षण किट चीन से 245 रुपये प्रति किट के लिए एक आयातक, मैट्रिक्स द्वारा खरीदी गई थी. लेकिन भारतीय डिस्ट्रीब्यूटर्स, रियल मेटाबॉलिक्स और अरक फार्मास्युटिकल्स ने सरकार को प्रत्येक किट 600 रुपये में बेची.
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तमिलनाडु सरकार ने अप्रैल के पहले सप्ताह में एक अन्य वितरक, शान बायोटेक के माध्यम से उसी आयातक से चीनी किट 600 रुपये प्रति पीस पर खरीदे.
रियल मेटाबॉलिक्स तब अपने एकमात्र डिस्ट्रीब्यूटर होने का दावा लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में गया था. इस मामले की सुनवाई करते हुए, अदालत ने पाया कि किट्स की कीमत ज्यादा थी और निर्देश दिया कि कीमत को घटाकर 400 रुपये प्रति किट किया जाए.
क्या है रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट
रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट टेस्ट की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ता है. आरटी-पीसीआर टेस्ट के परिणाम दिखाने में लगभग पांच से छह घंटे लगते हैं.
वहीं रैपिड एंटीबॉडी परीक्षण रक्त के नमूनों के संग्रह के बाद 15 मिनट में परिणाम दे सकता है.
परीक्षण एक उंगली में सुई चुभोकर और एक पट्टी पर रक्त की कुछ बूंदें डालने से किया जाता है. निजी प्रयोगशालाओं को अभी तक एंटीबॉडी परीक्षण करने की अनुमति नहीं है.
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