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गुरूवार, 1 मई, 2025
होमदेश26/11 केस की जांच कर चुके, फडणवीस के करीबी और अब मुंबई पुलिस कमिश्नर—जानिए कौन हैं देवेन भारती

26/11 केस की जांच कर चुके, फडणवीस के करीबी और अब मुंबई पुलिस कमिश्नर—जानिए कौन हैं देवेन भारती

इस हाई प्रोफाइल आईपीएस अधिकारी की मुंबई में कई महत्वपूर्ण पोस्टिंग रही हैं, लेकिन वे कई विवादों में भी फंसे रहे हैं.

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मुंबई: भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी देवेन भारती, जो 26/11 की जांच का हिस्सा थे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते हैं, ने बुधवार को मुंबई पुलिस प्रमुख का पदभार संभाला.

उनके पूर्ववर्ती विवेक फनसालकर का तीन साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है. फनसालकर 35 साल की सेवा के बाद बल से रिटायर्ड हुए. 56 वर्षीय भारती बल में विशेष पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यरत थे, यह पद जनवरी 2023 में बनाया गया था. वह एक हाई प्रोफाइल अधिकारी हैं और मुंबई के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले संयुक्त पुलिस आयुक्तों (कानून और व्यवस्था) में से एक हैं. 1994 बैच के अधिकारी इससे पहले अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) और महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते के प्रमुख के रूप में भी काम कर चुके हैं.

कार्यभार संभालने के तुरंत बाद भारती ने मीडियाकर्मियों से कहा, “मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि पुलिस शहर के हर व्यक्ति तक पहुंचे. हम पुलिस और आम नागरिक के बीच की खाई को पाटने का काम करेंगे. साथ ही, हम साइबर अपराध को लेकर बेहद सतर्क रहेंगे.”

उन्होंने कहा कि वे सिस्टम में तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एकीकृत करने की योजना बना रहे हैं. “हम सिर्फ़ अपराधियों का पीछा नहीं कर रहे हैं—हम अपराध को होने से पहले ही रोकने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.” भारती 26/11 मुंबई आतंकी हमले की जांच में शामिल थे, लेकिन इसके लिए वे विवादों में भी रहे. तत्कालीन मुंबई पुलिस कमिश्नर हसन गफूर ने हमले के दौरान जमीन पर मौजूद होने के बावजूद स्थिति पर प्रतिक्रिया देने में झिझकने के लिए द वीक को दिए एक साक्षात्कार में भारती सहित चार अधिकारियों का नाम लिया था.

राजनीतिक गलियारों में, यह सर्वविदित है कि वे “फडणवीस के चहेते” हैं और मुंबई में उनकी बेहतरीन पोस्टिंग 2014 और 2019 के बीच मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस के पिछले कार्यकाल के दौरान हुई थी, जब उनके पास गृह विभाग भी था. भारती को अप्रैल 2015 में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) नियुक्त किया गया था, और अंततः उन्होंने इस पद पर सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले अधिकारी के रूप में रिकॉर्ड बनाया. चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा महाराष्ट्र सरकार को दिए गए निर्देश के बाद 2019 में उनका तबादला कर दिया गया था. निर्देश में कहा गया था कि चुनाव से सीधे जुड़े किसी भी अधिकारी को वर्तमान जिले में बने रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी, अगर उसने पिछले चार वर्षों के दौरान उस जिले में तीन साल पूरे कर लिए हों.

लेकिन फडणवीस सरकार ने भारती के विशाल अनुभव का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से उन्हें पद पर बने रहने देने का अनुरोध किया. उन्हें उस वर्ष लोकसभा चुनाव तक पद पर बने रहने की अनुमति दी गई, जिसके बाद फडणवीस ने उन्हें राज्य एटीएस प्रमुख नियुक्त किया. हालांकि, महा विकास अघाड़ी सरकार के सत्ता में आने के बाद, उन्हें 2020 में महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा निगम में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसे “दंड” पोस्टिंग के रूप में देखा गया.

2020 से भारती कई विवादों में घिरे हुए हैं. 2020 में, सेवानिवृत्त पूर्व मुंबई के शीर्ष पुलिस अधिकारी राकेश मारिया ने अपनी आत्मकथा में आरोप लगाया कि भारती को शीना बोरा के लापता होने की “जानकारी” थी, लेकिन उन्होंने मारिया को इसके बारे में सूचित नहीं किया. बोरा टेलीविजन चैनल न्यूज़एक्स की कार्यकारी इंद्राणी मुखर्जी की बेटी थी, जिसने कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी थी. लेकिन भारती ने आरोप को खारिज कर दिया. 2021 में, भारती पर एक पुलिस अधिकारी पर भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की पत्नी के खिलाफ पासपोर्ट धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई न करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया गया था. इसी के लिए उनके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और भारतीय पासपोर्ट अधिनियम के दंडात्मक प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

लेकिन अक्टूबर 2022 में जब महायुति गठबंधन सत्ता में वापस आया और फडणवीस ने एक बार फिर महाराष्ट्र के गृह मंत्री का पद संभाला, तो भारती को मुंबई क्राइम ब्रांच से क्लीन चिट मिल गई.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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