नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के तकनीकी परामर्शदाता समूह ने भारत बायोटेक के कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध का दर्जा दिया.
WHO today granted for Emergency Use Listing (EUL) of Made-in-India Covaxin. On this occasion, I congratulate scientists of ICMR and Bharat Biotech (the manufacturer of Covaxin): Union Health Minister Mansukh Mandaviya
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— ANI (@ANI) November 3, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा डब्ल्यूएचओ ने आज मेड-इन-इंडिया कोवैक्सिन की आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) के लिए अनुमति दी. इस अवसर पर मैं ICMR और भारत बायोटेक (Covaxin के निर्माता) के वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं.
तकनीकी परामर्शदाता समूह ने 26 अक्टूबर को टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध करने के लिहाज से अंतिम ‘जोखिम-लाभ मूल्यांकन’ करने के लिए कंपनी से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगे थे.
डब्ल्यूएचओ का तकनीकी परामर्शदाता समूह एक स्वतंत्र सलाहकार समूह है जो डब्ल्यूएचओ को यह सिफारिश करता है कि क्या किसी कोविड-19 रोधी टीके को ईयूएल प्रक्रिया के तहत आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं.
कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोविड-19 रोग के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है और वायरस के नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा दर्शाई है.
कंपनी ने जून में कहा था कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों से कोवैक्सीन के प्रभाव का अंतिम विश्लेषण समाप्त किया है.