अमृतसर: शनिवार की सुबह पाकिस्तान द्वारा दागे गए हथियारबंद ड्रोनों से अमृतसर शहर पर फिर से हमला हुआ. भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सुबह 5 बजे से शुरू हुए इस हमले को सफलतापूर्वक नाकाम किया. इनमें से एक ड्रोन अमृतसर ग्रामीण पुलिस जिले के वडाला भिट्टेवाड़ गांव में जगबीर सिंह जग्गा के घर पर गिरा.
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हथियारबंद ड्रोनों का निशाना कौन से संवेदनशील गढ़ थे, लेकिन कम से कम पांच ड्रोनों को मार गिराया गया. कुछ घंटों बाद अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने शहर में रेड अलर्ट घोषित किया और लोगों से घरों के अंदर रहने का आग्रह किया.
शनिवार लगातार तीसरा दिन था जब अमृतसर पर पाकिस्तानी हथियारबंद ड्रोनों द्वारा हमला करने की कोशिश की गई.

इससे पहले, खतरे की आशंका के मद्देनज़र शुक्रवार की रात को पूरी तरह से ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया. इस रात इस शहर के बाहरी इलाकों से धमाके सुने गए, जबकि शहर के अजनाला ब्लॉक से भी ड्रोन विरोधी तोपों की भारी गोलीबारी की आवाज़ें सुनी गईं.
गुरदासपुर, तरनतारन और पठानकोट जैसे पड़ोसी जिले भी ड्रोन हमलों की चपेट में आए, जिन्हें भारतीय सशस्त्र बलों और वायु रक्षा तंत्र ने इसी तरह नाकाम किया था.
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान ने अमृतसर में बाइकर YIHA III कामिकेज़ ड्रोन लॉन्च किए, जो नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों को निशाना बना रहे थे.
अधिकारियों ने कहा, “आज सुबह 5 बजे सेना की वायु रक्षा तोपों ने इस कोशिश को नाकाम किया, जिससे ड्रोन हवा में ही नष्ट हो गया. ड्रोन का लक्ष्य नागरिक क्षेत्रों और बेगुनाहों को निशाना बनाना था.”
पंजाब पुलिस के अधिकारी उन जगहों पर पहुंचे जहां मलबा मिलने की सूचना मिली थी. उन्होंने मलबा इकट्ठा कर आगे की जांच के लिए भेज दिया है.
पाकिस्तानी सशस्त्र ड्रोन और उनके संभावित दुरुपयोग के मद्देनज़र अमृतसर के डीसी साहनी ने भी जिले में किसी भी तरह के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: रेड अलर्ट, सायरन और ब्लैकआउट—राजौरी में पाकिस्तान की गोलाबारी में सरकारी अधिकारी और 2 नागरिकों की मौत