नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को केंद्र को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करे भारतीय दूतावास कि ईरान में कोरोनोवायरस प्रकोप के मद्देनजर वहां फंसे भारतीय छात्रों के संपर्क में हैं. वहीं लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इसके संक्रमण को लेकर उठाए गए ताजा कदमों की जानकारी दी है और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश में फंसे लोगों को लाने के बारे में जानकारी दी है.
न्यायमूर्ति नवीन चावला ने केंद्र से कहा कि अदालत छात्रों से संपर्क करने के अपने निर्देश का पालन न करने को बर्दाश्त नहीं करेगी और कहा कि वह सुनवाई की अगली तारीख 17 मार्च को इसपर एक रिपोर्ट चाहती है.
कोरोनावायरस पर हर्षवर्धन बोले- कड़ी स्क्रीनिंग पर संदेह न करें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने लोकसभा में गुरुवार को कोरोनावायरस को लेकर सरकार की तरफ से उठाए गए ताजा कदमों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि स्क्रीनिंग में निगेटवि पाया गया मरीज दो दिन बाद पॉजिटिव नहीं हो सकता. उन्होंन बताया कि अब 30 एयरपोर्ट पर निगरानी रखी जा रही है.
वहीं अब तक कुल 73 मामले सामने आ चुके हैं.
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री डॉ.हर्षवर्धन: खाली स्क्रीनिंग में वायरस नेगेटिव है इसका मतलब ये नहीं है कि वो दो दिन के बाद पॉजिटिव नहीं हो सकता। हमने 7एयरपोर्ट से शुरू किया था और अब 30 एयरपोर्ट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है इसलिए स्क्रीनिंग के मामले पर आपको कोई संदेह नहीं होना चाहिए। https://t.co/9L3HAJPgjX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2020
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोनावायरस पर जानकारी देते हुए कहा कि खाली स्क्रीनिंग में वायरस नेगेटिव है इसका मतलब ये नहीं है कि वो दो दिन के बाद पॉजिटिव नहीं हो सकता. हमने 7एयरपोर्ट से शुरू किया था और अब 30 एयरपोर्ट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है इसलिए स्क्रीनिंग के मामले पर आपको कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एयरपोर्ट पर बाहर से आए यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है. कुछ लोगों को उसी समय अलग कर अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता है. जिन पर संदेह होता है उनका सारा डाटा एनसीडीसी (NCDC) के पास दिल्ली भेज दिया जाता है और उनकी हर गतिविधि पर नज़र रखी जाती है.
लोकसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर:भगवंत मान जी ने पंजाब के 30 छात्रों का मुद्दा उठाया जो इटली के एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि केवल 30 छात्र ही नहीं हैं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से और भी छात्र हैं। हम उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। pic.twitter.com/WJ2jKY8Erh
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वहीं दूसरी तरफ लोकसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने विदेश में फंसे लोगों को वापस लाने की बात पर कहा, ‘भगवंत मान जी ने पंजाब के 30 छात्रों का मुद्दा उठाया जो इटली के एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि केवल 30 छात्र ही नहीं हैं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से और भी छात्र हैं. हम उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं.’
एस जयशंकर ने कहा कि हाल ही उन्होंने श्रीनगर का दौरा किया और ईरान में फंसे छात्रों के माता-पिता से मिला. उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाएगी.उन्होंने कहा, ‘मैं सदन को बताना चाहूंगा कि इन छात्रों की सैंपलिंग आज से शुरू कर दी गई है.’
73 मामले सामने आए
भारत सरकार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय: पूरे भारत में (विदेशी नागरिकों को मिलाकर) कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 73 हो गई है। #coronavirusindia pic.twitter.com/cjFSeVmpPa
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स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 73 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.
कोरोनावायरस पर चेताया, मरीज की पहचान उजागर की तो होगी कार्रवाई
कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित लोगों की सोशल मीडिया पर पहचान उजागर करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. पुणे के अधिकारियों ने यह चेतावनी दी है.
पुणे में कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज के रिश्तेदार द्वारा दी गई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए संभागीय आयुक्त दीपक महिसेकर ने कहा कि पुलिस को ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट पर नजर रखने के साथ ही उचित कार्रवाई करने को कहा गया है.
उन्होंने कहा, ‘ पुलिस को साइबर सेल के जरिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी करने को कहा गया है ताकि कोई अफवाह नहीं फैल पाए और संक्रमितों की पहचान उजागर नहीं हो.’
आयुक्त ने कहा कि अगर किसी मरीज की पहचान उजागर होती है तो ऐसे लोगों व उनके परिवारों को भी सामाजिक कष्ट झेलना पड़ सकता है.
उन्होंने कहा, ‘ऐसे मामलों में सामाजिक तौर पर जागरूक होने की जरूरत है और हम पहले दिन से अपील कर रहे हैं, इसके बावजूद कुछ लोग सोशल मीडिया पर भ्रमित करने वाली और गलत सूचनाएं प्रसारित कर रहे हैं और हमें ऐसी एक शिकायत मिली है.’
आयुक्त ने भरोसा दिलाया कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 मामले सामने आए हैं, जिनमें आठ मामले पुणे से जबकि दो मुंबई और एक नागपुर में सामने आया है.
(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)