नई दिल्ली: उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग ढहने वाली जगह पर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के कोशिश के तहत अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने सोमवार को घटना स्थल का निरीक्षण किया.
#WATCH उत्तरकाशी, उत्तराखंड: इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के अध्यक्ष, प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स सिल्क्यारा सुरंग पहुंचे, जहां फंसे हुए पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है।
उन्होंने सुरंग के मुख्य द्वार पर बने एक मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। pic.twitter.com/UflsyQTm8v
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 20, 2023
साथ ही सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए DRDO की रोबोटिक्स मशीन टीम सिलक्यारा सुरंग वाली घटना स्थल पर पहुंची.
#WATCH उत्तरकाशी, उत्तराखंड: सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए DRDO की रोबोटिक्स मशीन टीम सिलक्यारा सुरंग स्थल पर पहुंची।
(12 नवंबर को उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था।) pic.twitter.com/o2k3NSwWfb
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इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष, अर्नोल्ड डिक्स, बचाव प्रयासों में सहायता के लिए सिल्क्यारा, उत्तरकाशी में घटना स्थल पर पहुंचे और वहां चल रहे बचाव और राहत कार्यों की संभावनाओं पर आशावाद व्यक्त किया.
सुरंग के साथ-साथ उसके ऊपर के क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद, जहां से ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग ऑपरेशन शुरू होगा, प्रोफेसर डिक्स बचाव अभियान के बारे में आशावादी दिखे.
प्रोफेसर डिक्स ने कहा, “सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इसके बारे में हम जानते हैं. हम उन 41 लोगों को बचा रहे हैं और ऐसा करते समय हम किसी को भी चोट नहीं पहुंचने देंगे. यह किसी भी जटिल काम की तरह है जहां हमें ऊपर से नीचे तक चारों ओर देखना होता है. यहां टीम बचाव पर इतना ध्यान केंद्रित कर रही है कि किसी और को चोट न पहुंचे. फिलहाल, यह सकारात्मक दिख रहा है. हम सभी एक टीम हैं और पूरी दुनिया हमारे साथ है.”
उन्होंने आगे कहा कि, “हमने जो देखा है उसके बारे में बात करने के लिए हम कार्यालय वापस जा रहे हैं और हमें सुरंग के ऊपर जो कुछ हमने देखा है उसकी तुलना सुरंग में क्या हो रहा है इसके बारे में हम जो जानते हैं उससे तुलना करने की आवश्यकता है. इससे वास्तव में हमें उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है.”
आगे बोले, “कल से बहुत सारा काम किया जा चुका है. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम न केवल उन्हें बचाएं बल्कि यह भी जरूरी है कि हम जिन श्रमिकों को बचा रहे हैं वह सुरक्षित रहे.”
अर्नोल्ड डिक्स कई एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं जिन्होंने बचाव अभियान के लिए चार-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है. जिन विकल्पों पर काम किया जा रहा है उनमें से एक सुरंग के चेहरे के ऊपर से लंबवत ड्रिलिंग करना है.
सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार 12 नवंबर से उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रतिबद्ध है और वह इसके लिए पांच-विकल्प वाली कार्ययोजना पर काम कर रही है.
जैन ने एक वीडियो जारी किया जिसमे उन्होंने कहा कि, “सरकार सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रतिबद्ध है और केंद्र श्रमिकों को मल्टीविटामिन, अवसादरोधी दवाएं और सूखे मेवे भेज रहा है.”
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