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Saturday, 23 August, 2025
होमदेशउत्तराखंड के CM धामी ने चमोली बादल फटने के बाद राहत कार्यों का किया समन्वय, सहयोग की अपील

उत्तराखंड के CM धामी ने चमोली बादल फटने के बाद राहत कार्यों का किया समन्वय, सहयोग की अपील

शुक्रवार देर रात चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई, जिसके बाद ज़िला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और पुलिस टीमों ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया.

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देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली ज़िले के जनप्रतिनिधियों से फोन पर बातचीत कर बादल फटने से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली.

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस बयान के अनुसार, आपदा पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से राहत और बचाव कार्यों में ज़िला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की.

इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय विधायक से भी बातचीत की और उनसे मौके पर बने रहने व राहत एवं बचाव कार्यों का भौतिक निरीक्षण करने की अपेक्षा जताई.

शुक्रवार देर रात चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई, जिसके बाद ज़िला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और पुलिस टीमों ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया.

घटना की पुष्टि करते हुए मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा, “बीती रात चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की दुखद सूचना मिली. ज़िला प्रशासन, SDRF और पुलिस मौके पर पहुंच चुके हैं और राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं. इस संबंध में मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्वयं हालात की गहन निगरानी कर रहा हूं. ईश्वर से सभी की कुशलता की प्रार्थना करता हूं.”

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को उत्तराखंड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, जिसमें राज्य के विभिन्न हिस्सों में आंधी-तूफान, बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना जताई गई थी.

इस बीच, भारतीय सेना ने भी चमोली ज़िले में बादल फटने से हुई तबाही पर त्वरित प्रतिक्रिया दी. एक बयान के अनुसार, रुद्रप्रयाग से करीब 50 सैनिकों को राहत कार्यों में मदद के लिए तैनात किया गया है.

प्रारंभिक रिपोर्टों में प्रभावित क्षेत्र में मकानों और वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है. वहीं, एक बच्ची के लापता होने की भी सूचना है.

इसके अलावा, जोशीमठ से एक मेडिकल टीम भेजी गई है और सर्च एंड रेस्क्यू (SAR) डॉग्स के साथ निगरानी ड्रोन भी मौके पर रवाना किए गए हैं, ताकि लापता लोगों की तलाश की जा सके और राहत कार्यों को गति मिल सके.

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