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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशट्रंप के भारत दौरे से गरमाई अमेरिकी राजनीति, डेमोक्रेट्स ने उठाए रक्षा सौदे पर सवाल

ट्रंप के भारत दौरे से गरमाई अमेरिकी राजनीति, डेमोक्रेट्स ने उठाए रक्षा सौदे पर सवाल

राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रबल दावेदार बर्नी सेंडर्स ने अमेरिका को भारत के साथ धरती बचाने की खातिर जलवायु परिवर्तन से निपटने में साझेदारी करने को कहा.

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नई दिल्ली: भारत की यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रक्षा सौदों की घोषणा पर अमेरिकी डेमोक्रेट्स ने सवाल उठाए हैं. राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रबल दावेदार बर्नी सेंडर्स ने भारत को हथियार बेचने के मुद्दे पर सोमवार को ट्रंप की आलोचना की और कहा कि इसके बजाए अमेरिका को भारत के साथ धरती बचाने की खातिर जलवायु परिवर्तन से निपटने में साझेदारी करनी चाहिए.

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बर्नी सेंडर्स के ट्वीट का स्क्रीनशॉट | ट्विटर

सेंडर्स नेवाडा और न्यू हैंपशायर की प्राइमरी जीत चुके हैं, आयोवा का परिणाम अभी नहीं आया है.

भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की थी कि अमेरिका भारत के साथ तीन अरब डॉलर के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर करेगा. इसके बाद सेंडर्स ने यह टिप्पणी की.

अमेरिकी डेप्लोमैट निकोलस बर्न्स ने ट्वीट कर कहा कि ट्रम्प की भारत यात्रा में फोटो खिंचवाने के मौके सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं हैं. अमेरिका ने चीन की बढ़ती शक्ति को संतुलित करने के लिए दिल्ली के साथ एक मजबूत सैन्य साझेदारी का निर्माण किया है. ट्रम्प को ओबामा, बुश (41) और क्लिंटन से क्रेडिट साझा करना चाहिए. एक उल्लेखनीय सफल द्विदलीय रणनीति.

वाइट हाउस और पेंटागन अधिकारी जोशुआ वाइट ट्वीट करते हैं कि ‘मुझे ओबामा व्हाइट हाउस में अपने काम पर गर्व है, जिसमें हमने जलवायु और हरित तकनीक सहयोग को भारत के साथ गहरा किया … और सुरक्षा सहयोग और रक्षा बिक्री को भी आगे बढ़ाया है. मुझे लगता है कि दोनों एक मजबूत, मूल्यों पर आधारित साझेदारी का हिस्सा हो सकते हैं.

अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की थी कि तीन अरब डॉलर कीमत के अत्याधुनिक सैन्य हेलीकॉप्टर और अन्य उपकरणों के लिए मंगलवार को समझौते किये जाएंगे.

सेंडर्स ने कहा, ‘रैथियॉन, बोइंग और लॉकहीड को सम्पन्न बनाने के लिए तीन अरब डॉलर के हथियार बेचने के बजाए अमेरिका को भारत के साथ जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए साझेदारी करना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘वायु प्रदूषण को कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा संबंधी कार्यों के लिए तथा अपनी धरती को बचाने की खातिर हम मिलकर काम कर सकते हैं.’

(न्यूज एजेंसी भाषाा के इनपुट्स के साथ)

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