लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोक भवन सभागार में “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047” अभियान की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत और उत्तर प्रदेश का भविष्य हमारे हाथ में है. हमें अपनी सोच और युवाओं को तैयार कर यह तय करना है कि हमें कैसा भारत और कैसा यूपी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘समर्थ उत्तर प्रदेश’ पोर्टल का शुभारंभ किया. यह पोर्टल प्रदेशवासियों को अपने सुझाव साझा करने का मंच देगा. इन सुझावों को कृषि, औद्योगिक विकास, आईटी-टेक्नोलॉजी, पर्यटन, आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण और सुशासन जैसे 12 प्रमुख सेक्टरों के विज़न डॉक्यूमेंट में शामिल किया जाएगा. यह विज़न “अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति” थीम पर आधारित है. कार्यक्रम में 400 से अधिक सेवानिवृत्त अधिकारी और प्रबुद्धजन शामिल हुए.
सीएम योगी ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत संकल्प का हिस्सा है. “विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश” शताब्दी संकल्प अभियान के तहत 25 करोड़ जनता को सहभागी बनाना है. उन्होंने कहा कि रिटायर्ड होने का मतलब टायर्ड होना नहीं है, बल्कि अनुभव से नई दिशा मिलेगी.
भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 16वीं-17वीं शताब्दी में भारत का वैश्विक जीडीपी में हिस्सा 25% था, जो 1947 तक 2% रह गया. 2014 में भारत 11वीं अर्थव्यवस्था था, आज चौथी सबसे बड़ी है और 2027 तक तीसरी बनने की ओर अग्रसर है.
उत्तर प्रदेश के संदर्भ में सीएम ने कहा कि 2016-17 तक यूपी का राष्ट्रीय जीडीपी में योगदान 8% रह गया था और प्रदेश बीमारू कहलाता था, लेकिन बीते आठ वर्षों में यूपी ने निराशा को उत्साह में बदला. आज राज्य देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सबसे तेज़ी से उभरती इकॉनमी है. इस वर्ष प्रदेश का जीएसडीपी 35 लाख करोड़ रुपये होने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कोविड काल में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना से एमएसएमई को बढ़ावा मिला और निर्यात 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा. उन्होंने एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि बिहार चुनाव के दौरान एक गरीब व्यक्ति ने कोविड के समय यूपी में मिले भोजन का खाली डिब्बा दिखाकर आभार जताया.
सीएम ने अभियान की रूपरेखा बताते हुए कहा कि पहला चरण प्रबुद्धजनों और अकादमिक संस्थानों के साथ गोष्ठियों से शुरू होगा. इसके बाद मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और केंद्रीय मंत्रियों की सहभागिता होगी. हर ग्राम पंचायत और नगर निकाय के वार्ड में संकल्प लिया जाएगा. सुझाव QR कोड से लिए जाएंगे और शॉर्ट, मीडियम व लॉन्ग टर्म प्लानिंग में शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि यूपी ने 8 वर्षों में बीमारू राज्य से ग्रोथ इंजन बनने तक का सफर तय किया है. अगर यही गति रही तो 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश का लक्ष्य अवश्य हासिल होगा.
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, प्रभारी मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमुख सचिव आलोक कुमार, संजय प्रसाद सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन मौजूद रहे.