लखनऊ : बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता रायबरेली में रविवार को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई. इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई. वहीं, गंभीर रूप से घायल रेप पीड़िता व उसके वकील को लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया.
Unnao rape case: Victim and 2 others injured after the vehicle they were travelling in, collided with a truck in Raebareli. More details waited. pic.twitter.com/n26TGoxpcK
— ANI UP (@ANINewsUP) July 28, 2019
स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के चाचा जेल में बंद हैं. चाचा से मिलने के लिए पीड़िता, उसकी मां, मौसी, चाची और वकील रायबरेली जेल जा रहे थे. रायबरेली जिले के एनएच 32 पर गुरबख्श गंज थाना इलाके के अटोरा गांव के पास बारिश के दौरान कार व ट्रक में टक्कर हो गई. हादसे के बाद गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया.
गनर नहीं थे साथ
उन्नाव रेप पीड़िता को प्रशासन की तरफ से सुरक्षा कर्मी भी मुहैया कराए गए थे. लेकिन हादसे के वक्त वो उनके साथ नहीं थे. सुरक्षाकर्मियों के साथ नहीं होने पर आईजी ने कहा कि रेप पीड़िता की कार में जगह नहीं होने के कारण उनके साथ गनर नहीं जा पाए थे.
Unnao rape case: Victim and 2 others injured after the vehicle they were travelling in, collided with a truck in Raebareli. More details waited. pic.twitter.com/n26TGoxpcK
— ANI UP (@ANINewsUP) July 28, 2019
जांच में जुटी पुलिस
बीजेपी विधायक से जुड़ा मामला होने के कारण विपक्षी दलों ने भी निशाना साधना शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी के एमएलसी उदयवीर और सुनील साजन गंभीर रूप से घायल रेप पीड़िता से मिलने पहुंचे. वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही लखनऊ रेंज के आईजी ने मौके पर फोरेंसिक टीम भेज दी है. पुलिस ने बताया कि ट्रक ड्राइवर और मालिक पकड़ा गया है, जो फतेहपुर का रहने वाला है.
काफी चर्चा में रहा है मामला
गौरतलब है कि इसी पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर ने उसके साथ 4 जून, 2017 को अपने आवास पर दुष्कर्म किया, जहां वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी मांगने के लिए गई थी.
कुलदीप सेंगर के खिलाफ उन्नाव के माखी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. शासन ने इस आदेश में इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की थी, जिसे एजेंसी ने स्वीकार कर लिया था.
कई दलों में रह चुके हैं सेंगर
बता दें कि कुलदीप सेंगर बांगरमऊ से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक हैं. कुलदीप उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से चार बार से लगातार विधायक हैं. कुलदीप सिंह सेंगर ने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से की थी. साल 2002 में विधानसभा चुनाव आए, तो कुलदीप सिंह कांग्रेस का हाथ छोड़कर बसपा के साथ चल दिए. बाहुबली की छवि बनाने की वजह से 2007 से पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. कुलदीप सिंह सेंगर ने एसपी का दामन थामकर बांगरमऊ से जीत दर्ज की.