नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वी मुरलीधरन मंगलवार को सिखों के धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर खुद ग्रहण करने पहुंचे. आदरपूर्वक उसे ग्रहण किया. इस दौरान वह ग्रंथ साहिब को सिर माथे रखकर नंगे पांव चलते नजर आए.
काबुल से ताजिकिस्तान के दुशांबे होते हुए एयर इंडिया की विशेष उड़ान भारत पहुंची और इसी विमान से गुरू ग्रंथ साहिब की ये तीनों प्रतियां और 44 अफगान सिख यहां लाए गए हैं.
भारत सरकार के साथ अफगानिस्तान से निकासी प्रयासों में समन्वय करने वाले लोगों के अनुसार, गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को यहां न्यू महावीर नगर में गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा ले जाया गया.
Delhi: The three swaroop of Shri Guru Granth Sahib, that were brought from Afghanistan's Kabul, have been brought to Guru Arjun Dev Ji Gurdwara in Mahavir Nagar. pic.twitter.com/spx2TJ2qk2
— ANI (@ANI) August 24, 2021
न्यूयॉर्क के मनदीप सिंह सोबती की ओर से पुनर्वास प्रयासों में समन्वय कर रहे उद्यमी के भल्ला ने कहा, ‘अफगान सिख अगला इंतजाम होने तक करोल बाग में एक होटल में ठहरेंगे.’
उन्होंने बताया कि सोबती और परमजीत सिंह आनंद ने अपने सोबती फाउंडेशन के जरिए और भारत सरकार के मार्गदर्शन में अफगानिस्तान के इन नागरिकों के पुनर्वास का जिम्मा उठाया है.
पुरी, मुरलीधरन, सरकारी अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अफगान नागरिकों की अगवानी के लिए सुबह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे.
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री पुरी ने ट्वीट किया, ‘आज मुझे काबुल से दिल्ली पहुंचे गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन ‘स्वरूप’ की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.
ਵਾਹੁ ਵਾਹੁ ਬਾਣੀ ਨਿਰੰਕਾਰ ਹੈ
ਤਿਸੁ ਜੇਵਡੁ ਅਵਰੁ ਨ ਕੋਇ ।।ਕੁਝ ਸਮਾਂ ਪਹਿਲਾਂ ਕਾਬੁਲ ਤੋਂ ਦਿੱਲੀ ਆਏ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ ਦੇ ਤਿੰਨ ਪਵਿੱਤਰ ਸਰੂਪ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਮੱਥਾ ਟੇਕਣ ਦੀ ਬਖਸ਼ਿਸ਼ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਈ |
@narendramodi @PMOIndia @AmitShah @MEAIndia pic.twitter.com/dMalyCkMEQ
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 24, 2021
पुरी ने इस दौरान कहा कि मैं इस काम के लिए MEA, EAM S जयशंकर और MoS MEA V मुरलीधरन को बधाई देना चाहता हूं.
केंद्रीय मंत्री एचएस पुरी ने आगे कहा मैं प्रधान मंत्री को धन्यवाद देते हुए शुरू करना चाहता हूं जिन्होंने हमारे भाइयों को वहां (अफगानिस्तान) से लाने के लिए इन बचाव कार्यों को अंजाम देना संभव बनाया है. बाकी लोगों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. हम उनके साथ लगातार संपर्क में हैं.
उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें उन्हें धर्मग्रंथ की प्रति ले जाते हुए दिखाया गया है.
सोमवार को भारतीय वायु सेना के विमान से 44 अफगान सिखों सहित 78 लोगों को काबुल से दुशांबे ले जाया गया था. इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि ये लोग एयर इंडिया की उड़ान से सुबह करीब 9.50 बजे (मंगलवार को) दिल्ली पहुंचे. यह फोरम विदेश मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के साथ निकासी प्रयासों में समन्वय कर रहा है.
चंडोक ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को न्यू महावीर नगर स्थित गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा ले जाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि लगभग 200 अफगान सिख और हिंदू अभी भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं. इन लोगों ने काबुल के करते परवान गुरुद्वारे में शरण ली हुई है, जो हवाई अड्डे के करीब है.
चंडोक ने बताया कि लगभग 75 और अफगान सिखों और हिंदुओं को जल्द ही निकाले जाने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: काबुल से पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां, 75 लोगों को लेकर लौट रहा भारतीय वायुसेना का विमान