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Monday, 23 December, 2024
होमदेशभारत में कोविड-19 से रिकवरी रेट 48.07% हुआ, मृत्युदर घटकर 2.82 फीसदी पर पहुंची: स्वास्थ्य मंत्रालय

भारत में कोविड-19 से रिकवरी रेट 48.07% हुआ, मृत्युदर घटकर 2.82 फीसदी पर पहुंची: स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 15 अप्रैल में देश का केस फर्टिलिटी रेट करीब 3.3% था अब वह घटकर 2.82% हो चुका है, पूरी दुनिया में फर्टिलिटी रेट देखें तो यह 6.13% है.

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नई दिल्ली: पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,708 रोगी ठीक हुए हैं, अब तक 95,527 लोगों के ठीक होने के साथ देश में कोरोनावायरस के संक्रमण की चपेट में आए लोगों की ठीक होने की दर 48.07 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 15 अप्रैल में देश का केस फर्टिलिटी रेट करीब 3.3% था अब वह घटकर 2.82% हो चुका है, पूरी दुनिया में फर्टिलिटी रेट देखें तो यह 6.13% है.

वहीं भारत में कोरोनावायरस के पिछले 24 घंटों में 8,171 नए मामले सामने आए हैं और 204 मौतें हुई हैं. देश में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 1,98,706 हो गई है, इसमें 97,581 सक्रिय मामले, 95,526 ठीक/छुट्टी/ माइग्रेट और 5,598 मौतें शामिल हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के ने बताया कि हमारा रिकवरी रेट 15 अप्रैल को 11.42% था 3 मई को यही बढ़कर 26.59% हो गया 18 मई को वही बढ़कर 38.39% हो गया और आज यह 48.07 % है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसे 14 देशों में कोरोनावायरस से 55.2 गुना अधिक मौत हुई हैं जिनकी आबादी कुल मिलाकर लगभग भारत के बराबर है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर हम 14 देश देखें जिनकी आबादी हमारे देश से लगभग है तो उनमें हमारे देश से मुकाबले 22.5 प्रतिशत ज्यादा मामले सामने आए हैं.

लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर कोविड-19 मृत्यु दर वैश्विक मृत्यु दर 4.9 प्रतिशत के विपरीत 0.41 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि भारत में कोरोनावायरस से संबंधित मौतों में 73 प्रतिशत मामले ऐसे लोगों के हैं जो अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे.

‘अनलॉक-1’ के दौरान अलर्ट करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोनावायरस के साथ जीने के लिए हमें पर्याप्त सावधानियां बरतते हुए उचित कोविड व्यवहार का पालन करना होगा.

कोविड-19 की जांच के लिए प्रतिदिन औसतन 1.20 लाख नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है, वर्तमान में देश में इस जांच के लिए 476 सरकारी, 205 निजी प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने यह जानकारी दी है.

निवेदिता गुप्ता, आईसीएमआर ने बताया कि हमारी जो टेस्टिंग सुविधा है अब वो हर केंद्र शासित प्रदेश और राज्य में उपलब्ध है. हमारी 681 टेस्टिंग लैब्स फंक्शनल हैं जिसमें से सरकारी सेक्टर में हमारी 4 76 लैब्स और प्राइवेट में 205 काम कर रही हैं.

उन्होंने बताया कि मार्च में जो हमारी टेस्टिंग क्षमता 20,000-25,000 सैंपल प्रतिदिन थी. वो अब औसतन 1,20,000 प्रतिदिन हो गई है.

(न्यूज एजेंसी भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)

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