नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को यस बैंक की पुनर्गठन योजना को मंजूरी दे दी. रिजर्व बैंक द्वारा प्रस्तावित इस योजना के तहत भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मंत्रिमंडल ने रिजर्व बैंक द्वारा सुझायी गयी यस बैंक की पुनर्गठन योजना को मंजूरी दे दी है.
आईसीआईसीआई और एचडीएफसी करेंगे 1000 करोड़ निवेश
यस बैंक के पुनर्गठन की मंजूरी के साथ देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा ने बयान जारी कर संकट में फंसे यस बैंक में निवेश करने की घोषणा की है. इसके तहत एचडीएफसी 1000 करोड़ रुपये, आईसीआईसीआीई 1000 करोड़ निवेश करने जा रहा है जबकि एक्सिस बैंक 60 करोड़ के शेयर खरीदने के लिए 600 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है. कोटक महिन्द्रा बैंक भी यस बैंक के 50 करोड़ शेयर खरीदेगा जिसमें वह 500 करोड़ रुपये निवेश करेगा.
रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को यस बैंक पर रोक लगायी थी. साथ ही ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये तक निकासी सीमा तय की थी. यह रोक तीन अप्रैल तक के लिए लगायी गयी है.
इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने एसबीआई के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया था.
पुनर्गठन योजना की जानकारी देते हुए सीतारमण ने कहा कि एसबीआई यस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा. जबकि आईसीआईसीआी बैंक ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा, ‘इस निवेश से आईसीआईसीआई बैंक की यस बैंक में हिस्सेदारी पांच प्रतिशत से अधिक हो जायेगी.’ अन्य निवेशकों को भी आमंत्रित किया गया है. वित्त मंत्री की घोषणा के साथ ही देश के तीनों बड़े बैंकों ने यस बैंक में निवेश की घोषणा की.
निवेशक पर तीन साल तक शेयरों की खरीद बिक्री पर रहेगी रोक
सीतारमण ने बताया कि हर निवेशक पर तीन साल तक शेयरों की खरीद-बिक्री पर रोक रहेगी. एसबीआई के मामले में वह अपनी हिस्सेदारी को तीन साल तक 26 प्रतिशत से कम नहीं कर सकेगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि यस बैंक की अधिकृत पूंजी 1,100 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,200 करोड़ रुपये हो जाएगी. इस पुनर्गठन योजना को खाताधारकों के हितों की रक्षा को ध्यान में रखकर मंजूर किया गया है. यह यस बैंक और साथ-साथ पूरी वित्तीय प्रणाली को स्थिरता प्रदान करेगा.
पुनर्गठन योजना को अधिसूचित किए जाने के तीन दिन के भीतर यस बैंक पर लगी रोक को हटा लिया जाएगा. साथ ही इस अधिसूचना के सात दिन के भीतर निदेशक मंडल का गठन कर लिया जाएगा.
बृहस्पतिवार को एसबीआई ने यस बैंक में 7,250 करोड़ रुपये निवेश करने की मंजूरी दी थी. यह उसकी शुरुआती 2,450 करोड़ रुपये निवेश की योजना से बहुत अधिक है.
सीबीआई ने कसा शिंकजा
वहीं दूसरी तरफ यस बैंक के संस्थापक पर सीबीआई ने और शिंकजा कसा है. सीबीआई ने शुक्रवार को यस बैंक के राणा कपूर, उनकी पत्नी, अवांता समूह के प्रवर्तक और अन्य के खिलाफ अमृता शेरगिल रोड की संपत्ति को लेकर नया मामला दर्ज किया और राणा कपूर तथा उनकी पत्नी के निवास सहित दिल्ली, मुंबई में कई स्थानों पर छापेमारी भी की. सीबीआई अधिकारी का हवाला देते हुए न्यूज एजेंसी ने बताया कि सीबीआई ने यस बैंक से जुड़े नए मामले में ब्लिस एबोड प्राइवेट लि., इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, अवांता रीयल्टी के कार्यालयों में छापेमारी की है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)