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Wednesday, 26 June, 2024
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महाराष्ट्र के नए सीएम बने उद्धव, ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री

मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शिवसेना-कांग्रेस एनसीपी तीनों दलों के तमाम बड़े नेता पहुंच थे.

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नई दिल्ली: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नए सीएम बन गए हैं. ठाकरे को राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शिवसेना-कांग्रेस एनसीपी तीनों दलों के तमाम बड़े नेता पहुंच थे.

उद्धव ठाकरे के बाद एकनाथ शिंदे ने शपथ ली. उद्धव राज्य के 18वें मुख्यमंत्री पद के तौर पर शपथ ली है. शिवसेना के नेता सुभाष देसाई ने भी मंत्री पद की शपथ ली. एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भी शपथ ली. एनसीपी नेता छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली. भुजबल 2008-10 तक राज्य के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. भुजबल 2004-14 तक पीडब्ल्यूडी मंत्री भी रह चुके हैं.

कांग्रेस की तरफ से बाला साहेब थोराट ने मंत्री पद की शपथ ली.

प्रधानमंत्री मोदी ने उद्धव ठाकरे को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बृहस्पतिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव ठाकरे जी को बधाई. मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे.’

शिवसेना नेता संजय राउत, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और सुप्रिया सुले भी समारोह में पहुंचे. मंच पर राज ठाकरे, डीएमके चीफ एमके स्टालिन कांग्रेस नेता अहमद पटेल और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल भी पहुंचे.

शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पहुंचे. कार्यक्रम में रिलायंस कंपनी के प्रमुख मुकेश अंबानी अपनी पत्नी नीता अंबानी के साथ पहुंचे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शपथ लेने से पहले उद्धव ठाकरे को बधाई दी और साथ ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बधाई दी. राहुल गांधी ने उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण में शामिल होने से असमर्थता जताई है. उन्होंने चिट्ठी लिखकर उद्धव ठाकरे को बधाई दी उन्होंने कहा, ‘मैं खुश हूं कि गठबंधन एकजुट है भाजपा को हराने के लिए जनता को हमसे बड़ी उम्मीद है. राहुल ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम एक स्थिर, सेक्युलर और गरीबों के हित वाली सरकार देंगे.’

बता दें कि पिछले की कई दिनों से राज्य में सरकार बनाने को लेकर गतिरोध जारी थी. लगातार राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहा था. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के तीन हफ्तों के बाद भी राज्य में सरकार नहीं बन पा रही थी. वहीं भाजपा ने अचानक से रातोंरात सरकार बना ली थी जिसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था लेकिन उससे पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री पद से देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया था.

एनसपी नेता अजित पवार ने भाजपा के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना ली थी. जिसके बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि ये उनका व्यक्तिगत फैसला है. अजित पवार के भाजपा के साथ जाने के फैसले के बाद राज्य की राजनीति में काफी उठापटक शुरू हो गई थी.

देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफा देने से पहले अजित पवार ने भी उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद वो पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने उनके घर गए थे. उन्होंने कहा भी था कि वो पार्टी में हमेशा से ही थे और इसी में रहेंगे.

2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीट, शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीट जीती है.

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