नई दिल्ली: माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह बहुप्रतीक्षित ‘एडिट’ बटन की टेस्टिंग कर रहा है जो यूजर को ट्वीट करने के बाद इसमें बदलाव करने की सुविधा देगा. हालांकि, यह फीचर फिलहाल पेड सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध होगा.
यही नहीं, एटिड बटन की सुविधा भारत में तुरंत उपलब्ध भी नहीं होगी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने एक बयान में कहा, ‘यह सच है—हमारी टीम ट्वीट को एडिट करने की सुविधा की आंतरिक स्तर पर टेस्टिंग कर रही है. टेस्टिंग के तहत आने वाले कुछ हफ्तों में ट्विटर के ब्लू टिक वाले यूजर को यह सुविधा दी जाएगी.’
ट्विटर इसे ‘अब तक सबसे ज्यादा डिमांड वाला फीचर’ करार देते हुए कहा कि प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाला कोई भी व्यक्ति यह देख सकेगा कि कोई ट्वीट कब संपादित किया गया है, यद्यपि अभी केवल पेड सब्सक्राइबर ही इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.
यह यूजर्स को ट्वीट पब्लिश करने के 30 मिनट तक इसमें संशोधन की अनुमति देगा. टाइपो ठीक करने, छूटे टैग जोड़ने आदि के लिए ट्वीट्स को एडिट किया जा सकेगा.
बयान में बताया गया है, ‘संपादित ट्वीट्स एक आइकन, टाइमस्टैम्प और लेबल के साथ दिखाई देंगे ताकि रीडर यह जान सकें कि मूल ट्वीट को संशोधित किया गया है. लेबल पर टैप करके रीडर ट्वीट की एडिट हिस्ट्री देख सकेंगे जिसमें ट्वीट के पिछले वर्जन शामिल होंगे.’
ट्विटर का मानना है कि ‘टाइमलाइन और वर्जन हिस्ट्री’ में संपादित अंश उपलब्ध रहना ‘बातचीत के मूल अंश को सुरक्षित रखने और जो कुछ भी कहा गया था उसका सार्वजनिक तौर पर रिकॉर्ड बनाए रखने’ में अहम भूमिका निभाएगा.
सोशल मीडिया कंपनी ने यह भी कहा कि वह फीडबैक हासिल करने और किसी भी मसले को सुलझाने के लिए एक छोटे ग्रुप में इस फीचर का टेस्ट कर रहा है. इसमें इसके संभावित दुरुपयोग का पता लगाना भी शामिल है.
बयान में आगे कहा गया है, ‘इस माह के अंत में हम ट्विटर ब्लू सब्सक्राइबर्स को एडिट ट्वीट सुविधा की एक्सेस देंगे. वे अपने सब्सक्रिप्शन के तहत सबसे पहले इस सुविधा को इस्तेमाल कर सकेंगे और ट्विटर के एडिट सुविधा शुरू होने से पहले उसकी टेस्टिंग में हमारी सहायता करेंगे. टेस्टिंग को पहले एक ही देश में लोकलाइज किया जाएगा और यह जानने-देखने के बाद कि लोग एडिट ट्वीट का इस्तेमाल कैसे करते हैं, इसका विस्तार किया जाएगा.’
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