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Monday, 23 December, 2024
होमदेशशीर्ष चीनी खुफिया अधिकारी के अमेरिका भागने की अफवाहें गर्म लेकिन चीन के पास पहले से तैयार है इसका खंडन

शीर्ष चीनी खुफिया अधिकारी के अमेरिका भागने की अफवाहें गर्म लेकिन चीन के पास पहले से तैयार है इसका खंडन

डोंग जिंगवेई के वर्तमान ठिकाने पर उठ रहे सवाल इन अफवाहों को हवा दे रहे हैं कि वह फरवरी 2021 में पाला बदल कर अमेरिका भाग गया था. कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि मार्च 2021 में अलास्का में हुए यूएस-चीन शिखर सम्मेलन में भी यह मामला उठाया गया था.

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नई दिल्ली: एक शीर्ष चीनी अधिकारी डोंग जिंगवेई के बारे में अफवाहें गर्म हैं कि वह फरवरी में अपनी बेटी डोंग यांग के साथ हांगकांग के रास्ते अमेरिका भाग गए हैं और वुहान लैब में कथित लीक पर उन्होंने जो बाइडेन प्रशासन को कुछ सबूत सौंपे हैं जिसके कारण अमेरिका कोरोनावायरस की उत्पत्ति की जांच पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने की बात कर रहा है.

डोंग चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय, जिसे गुआनबू भी कहा जाता है, में उप मंत्री हैं. गुआनबू मूल रूप से चीन की जासूसी एजेंसी है. वे अप्रैल 2018 से हीं वहां काउंटर इंटेलिजेंस (गुप्तचर विरोधी) गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं.

डोंग के कथित तौर पर पालाबदल की खबरें चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके वर्तमान पता -ठिकाने के बारे में उड़ी अफवाहों के साथ सामने आईं. हालांकि, 18 जून को चीनी मीडिया में आई खबरों में यह दावा किया गया था कि डोंग ने हाल ही में काउंटर इंटेलिजेंस पर एक संगोष्ठी को भी संबोधित किया था, जिसमें चीनी एजेंटों को ‘चीन विरोधी ताकतों’ के साथ काम करने वाले अंदरूनी लोगों से सावधान रहने की चेतावनी दी गई थी.

डोंग के पाला बदलने की बात सर्वप्रथम चीनी विदेश मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी हान लियानचाओ – जो अब अमेरिका में रह रहे एक लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता हैं – के एक ट्वीट से शुरू हुई. इसमें उन्होंने कहा था कि डोंग ने अपना पाला बदल लिया है.

हान, जो वाशिंगटन में सिटीजन पावर इनिशिएटिव फॉर चाइना नाम का संगठन चलाते हैं और 1989 की तियानमेन स्क्वायर की घटना के बाद ही अमेरिका भाग गए थे, ने यह भी दावा किया है कि इस साल मार्च में अलास्का में अमेरिका और चीनी अधिकारियों के बीच हुई बैठक के दौरान डोंग के पाला बदल वाले मामले को भी उठाया गया था.

अमेरिकी विदेश मंत्री (सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट) एंटनी ब्लिंकेन और एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) जेक सुलिवन ने चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिएची और स्टेट काउंसलर तथा विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी. अमेरिका ने जाहिर तौर पर डोंग को सौंपने के चीन के अनुरोध को ठुकरा दिया था.

स्पाईटॉक न्यूजलेटर, जिसने पिछले शुक्रवार को डोंग के सबसे पहले कथित तौर पर पाला बदल की सूचना दी थी, के अनुसार, अगर ये अफवाहें सच होती हैं, तो यह चीन के इतिहास में सर्वोच्च स्तर का पाला बदल कांड होगा.

स्पाईटॉक सबस्टैक प्लेटफॉर्म पर अमेरिकी खुफिया और विदेश नीति पर आधारित एक न्यूजलेटर है.

पूर्व पेंटागन, विदेश विभाग और सीआईए विशेषज्ञ निकोलस एफ्टिमीएड्स ने कथित तौर पर कहा है कि ‘हान द्वारा किए गए दावों को सत्यापित करना “असंभव” है और ऐसी अफवाहें “हर समय उड़ती रहती हैं.’

इस महीने की (जून) शुरुआत में, डोनाल्ड ट्रम्प समर्थक एक वेबसाइट रेड स्टेट ने डोंग का नाम लिए बिना दावा किया था कि एक शीर्ष चीनी अधिकारी अमेरिका में भाग आया है. 4 जून को प्रकाशित इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि अमेरिकी डिफेन्स इंटेलिजेंस एजेंसी (डीआईए) को यह जानकारी मिली है कि बीजिंग वुहान लैब में जैविक युद्ध अनुसंधान के सबूतों पर लीपा-पोती कर रहा था.

17 जून को प्रकाशित एक दूसरी रेड स्टेट रिपोर्ट के अनुसार, यह माना जा रहा है कि डोंग वर्तमान में डीआईए की हिरासत में है.

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘डोंग के पास न केवल चीन की विशेष शास्त्र प्रणालियों, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में चीनी सेना की गतिविधियों तथा सार्स-कोव-2 की उत्पत्ति और संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर चीनी सरकार की परिसंपत्ति और स्रोतों के बारे में विस्तृत जानकारी है; बल्कि डोंग के पास डीआईए को प्रदान किए गए ‘कई टेराबाइट्स डाटा’ के रूप में हमारे खुफिया समुदाय और सरकारी अधिकारियों के बारे में भी बेहद शर्मनाक और नुकसान पहुंचाने वाली जानकारी है.’


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अभी भी चीन में ही है डोंग!

हालांकि डोंग के पालाबदल के बारे में अफवाहें तेजी से उड़ रही हैं, फिर भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा समर्थित एक न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार, डोंग ने इसी 18 जून को एक संगोष्ठी को संबोधित किया है जहां उन्होंने चीनी वव्यस्था के भीतर “देशद्रोही तत्वों” के बारे में बात की जो विदेशी ताकतों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं.

इस खबर में लिखा गया है कि 18 जून, 2021 की सुबह, राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय के उप मंत्री डोंग जिंगवेई ने इस साल 26 अप्रैल को लागू हुए ‘रेगुलेशंस ऑफ़ एंटी-एस्पीअनाज सिक्योरिटी वर्क का अध्ययन और इसका कार्यान्वयन सुनिश्चि करने के लिए एक संगोष्ठी की मेजबानी की, और इसके लिए खास गुप्तचर- निरोधी (एंटी-एस्पीअनाज) कार्यक्रम की व्यवस्था की.
इस खबर में आगे कहा गया है कि ‘संगोष्ठी के दौरान इस बात की ओर खास तौर पर संकेत किया गया की पार्टी की केंद्रीय समिति राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यों को अत्यधिक महत्व देती है और उसने गुप्तचर-निरोधी कार्यो के लिए कई सारे महत्वपूर्ण निर्णय और व्यवस्थाएं कीं है.

गुप्तचर निरोधी कार्य के लिए सक्षम प्राधिकारी के रूप में, राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय ने ऐसे नियम बनाए और प्रख्यापित किए हैं जो इस कानून के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अवैध और आपराधिक गतिविधियों को रोकने और उन पर नकेल कसने के लिए एक वास्तविक रूप से आवश्यक है और जो गुप्तचर-निरोधी सुरक्षा रोकथाम तथा सभी सामाजिक ताकतों को ‘पीपुल्स वॉर’ को बेहतर तरीके से लड़ने के लिए और भी बेहतर ढंग से संगठित और संगठित करने की जिम्मेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल है.‘

हालांकि इस खबर से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि वास्तव में यह संगोष्ठी कहाँ हुई थी, परन्तु वहाँ कई सारी व्यापक चर्चाएँ हुईं जिनमे ‘विदेशी जासूसों, खुफिया एजेंसियों और विभिन्न शत्रुतापूर्ण ताकतों की घुसपैठ और चोरी की स्पष्ट रूप से तेजी के साथ बढ़ती हुई गतिविधियों’ के बारे में बातें की गयीं.

इस खबर में लिखा गया है कि विशेष रूप से कुछ व्यक्ति चीन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए गुप्त रूप से विदेशी जासूसों और खुफिया एजेंसियों और अन्य शत्रुतापूर्ण ताकतों के साथ मिलकर ‘आंतरिक देशद्रोही’ बनने को भी तैयार हैं. ये लोग ‘पर्दे के पीछे’ रह के कार्य करते हैं और चीन विरोधी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए अवैध चैनलों के माध्यम से शत्रुतापूर्ण ताकतों को धन भेजते हैं. इन ‘देशद्रोही’ और ‘पर्दे के पीछे’ के रहने वाले धन्ना सेठों (गोल्ड मास्टर्स) ने देश की राजनीतिक सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डाल दिया है और जो अंततः पुरे इतिहास के लिए शर्म की बात है.’
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, कि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के जुड़े संगठनों को समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा अवधारणा का पालन करना चाहिए, नियमों के कार्यान्वयन को एक अवसर के रूप में लेना चाहिए, गुप्तचर-निरोधी कार्य को काफी अंदर तक पैठ कर करना चाहिए, और अडिग रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा की रखवाली करनी चाहिए.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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